मुमुक्षु मानवी आंचलिया को अष्ठ मंगल एवम अभिनंदन पत्र देकर किया गया सम्मान….  मुनिश्री ने मुमुक्षु बहन से कहा आप संयम के रास्ते पर चलकर संघ और संघपति की सेवा करे

मुमुक्षु मानवी आंचलिया को अष्ठ मंगल एवम अभिनंदन पत्र देकर किया गया सम्मान…. मुनिश्री ने मुमुक्षु बहन से कहा आप संयम के रास्ते पर चलकर संघ और संघपति की सेवा करे

सिलीगुड़ी (अमर छत्तीसगढ) 25 अगस्तl तेरापंथ भवन में मुनिश्री डॉ ज्ञानेंद्र कुमारजी मुनिश्री पदमकुमारजी के पॉवन सानिध्य में ज्ञानशाला दिवस एवम मुमुक्षु बहिन मानवी आंचलिया के मंगलभावना एवम अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इससे पहले आज श्री किशनजी आंचलिया जाजोदिया मार्किट से रैली का आयोजन किया गया जो तेरापंथ भवन तक आए।

ज्ञानशाला दिवस पर ज्ञानिर्थी बच्चों के साथ एवम मुमुक्षु बहिन मानवी आंचलिया के अभिनंदन के तहत यह रैली का आयोजन किया गया। तेरापंथ भवन में पहुचने के पश्चात वहा पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया । मुनिश्री के नवकार महामंत्र के साथ किया गया। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा मंगलाचरण गीत के माध्यम से किया गया।

सभा अध्यक्ष किशन आंचलिया, आंचलिक संयोजक तोलाराम सेठीया, स्थानीय संयोजक मनोज भंसाली द्वारा ज्ञानशाला को और सशक्त बनाने पर अपने विचार रखे। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा 2 सुंदर सी नाटिका द्वारा सभी को ज्ञानवर्धक संदेश पहुचाने की कोशिश की माँ पिता का सम्मान करना चाहिए और आप जैसा करोगे वैसा ही आप मिलेगा। ज्ञानशाला की प्रिशिशिकाये द्वारा एक गीतिका का संगान किया गया। छोटे छोटे बच्चों ने अपने संस्मरण सुनाए।

इस कार्यक्रम का संयोजक श्रीमती कुशुम सुराणा द्वारा किया गया तद्पश्चात मुमुक्षु बहिन के मंगलभावना एवम अभिनंदन समारोह का प्रारंभ किया गया। सभा के अध्यक्ष किशन आंचलिया, महिला मंडल की अध्यशा श्रीमती संगीता घोषल, तेयुप के सह मंत्री राजीव गोठी, अणुव्रत समिति से श्रीमती सरला दसानी, ट्रस्ट के अध्यक्ष महिन्द्रा डागा, श्रीमती रंजू सेठीया, श्रीमती संगीता आंचलिया, नरेन्द्र सिंघी, भादानी परिवार,आंचलिया परिवार सभी ने भावों एवम गीतिका नाटिका के माध्यम से मंगलभावना और अभिनंदन किया गया।

मदन संचेती ने मुमुक्षु बहिन का सम्पूर्ण परिचय दिया, मुमुक्षु बहिन मानवी आंचलिया ने भी अपने विचार रखे। मुनिश्री डॉ ज्ञानेंद्र कुमारजी ने अपने मंगल उद्धबोधन प्रदान किया । उन्होंने ज्ञानशाला दिवस पर सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को अवश्य इस उपक्रम ज्ञानशाला में अवश्य भेजने पर बल दिया। यह उपक्रम गुरुदेव का एक सपना है कि प्रत्येक बच्चा इसमे अवश्य जुड़े। मुनिश्री ने मुमुक्षु मानवी के प्रति भी अपनी मंगलभावना व्यक्त की आगे आप संयम के रास्ते पर चलकर संघ और संघपति की सेवा करे। धर्मसंघ को और आगे बढ़ाए, सभी संस्था द्वारा मुमुक्षु बहिन को अष्ठ मंगल एवम अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया गया।

मुमुक्षु के माता पिता का भी पूरे समाज एवम सभी संस्थाओ द्वारा शाल से उनका सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन दीपक म्हणोत द्वारा कुशलतापूर्वक किया। कार्यक्रम का समापन मंगल पाठ के साथ किया गया ।

समाचार प्रदाता:- मदन संचेती

Chhattisgarh