बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) 7 सितंबर। दशलक्षण महापर्व के दौरान बिलासपुर स्थित तीनों जैन मंदिरों में प्रतिदिन प्रातः मंगलाष्टक, अभिषेक, शांतिधारा एवं पूजन किया जाएगा। इस कड़ी में भगवान 1008 श्री पार्श्वनाथ जी दिगम्बर जैन मंदिर सरकण्डा में प्रातः 6:30 बजे से, भगवान 1008 श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर क्रांतिनगर में प्रातः 6:45 बजे से एवं भगवान 1008 श्री पंचबालयति भगवान महावीर जिनालय सन्मति विहार में प्रातः 6:45 बजे से मंगलाष्टक प्रारम्भ होगा।
इस अवसर पर समाज को श्री श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर से पधारे श्री जयदीप शास्त्री का सानिध्य प्राप्त होगा। पूजा के उपरांत प्रतिदिन प्रातः 9:15 बजे से सरकण्डा मंदिर जी में पंडित जी के प्रवचन होंगे। दोपहर 3:00 बजे से 4:00 बजे तक क्रांतिनगर मंदिर जी में स्वाध्याय करवाया जाएगा। सांध्यकालीन 6:45 बजे से तीनों मंदिर जी में संगीतमय आरती का आयोजन होगा। तत्पश्चात रात्रि 8:00 बजे से 8:45 बजे तक क्रांतिनगर मंदिर जी में शास्त्री जी के प्रवचन होंगे। प्रवचन उपरांत नायक हाल, क्रांतिनगर में धार्मिक/सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इस कड़ी में पहले दिन 8 सितम्बर रविवार को क्रांतिनगर पाठशाला के बच्चों द्वारा प्रमाणिक जैन स्वाध्याय योग की प्रस्तुति, दूसरे दिन 09 सितम्बर सोमवार को त्रिशला महिला मंडल सन्मति विहार द्वारा अधर्म पर धर्म की जीत, तीसरे दिन 10 सितम्बर मंगलवार को स्वाध्याय समूह द्वारा नेमि-राजुल का वैराग्य नाटिका, चौथे दिन नैवेद्यम समूह की प्रस्तुति जिन शासन के रक्षक : विद्या समयोदय का मंचन, पांचवें दिन दिगंबर जैन सोशल ग्रुप बिलासपुर की तरफ से पारिवारिक कार्यक्रम स्मार्ट कैप्टन, छठवें दिन समर्पण समूह द्वारा एक खुली प्रतियोगिता आओ जाने जिन मंदिर को, सातवें दिन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव की शिक्षा असि कला आवश्यकता वर्तमान की प्रस्तुति, सरकंडा जैन मंदिर पाठशाला के बच्चों की प्रस्तुति आठवें दिन होगी, उनके द्वारा आधुनिकता के साथ धर्म का समन्वयक एवं श्रुत केवली भद्र बाहु एवं चन्द्रगुप्त के 16 स्वप्न का मंचन किया जाएगा। नवा दिन सखी ग्रुप द्वारा अग्निसुता : एक नारी के अपमान की व्यथा का मंचन किया जाएगा और महापर्व के आखिरी दिन 5 साल से 14 साल तक के बच्चों के लिए धार्मिक फैंसी डड्रेस प्रतियोगिता अनुयोग : जैन धर्म की नींव का आयोजन किया जाएगा।