दुर्ग(अमर छत्तीसगढ ) 8 सितंबर। पर्यूषण पर्व का आज अंतिम दिवस संवत्सरी पर्व के का स्वागत करते हुए मनाया गया आज धर्म सभा प्रातः 8:00 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर 1:00 बजे तक चलती रही ।विभिन्न धर्म क्रियाओं के मध्य धार्मिक रीति रिवाज एवं संस्कारों के साथ अनेक आराधनाएं आनंद मधुकर रतन भवन में संपन्न हुई आज साध्वी श्री का प्रवचन दान लोग और क्षमा विषय पर केंद्रित रहा आज बड़ी संख्या में जैन समाज के बच्चे बुजुर्ग युवा लड़कियां एवं महिलाएं धर्म आराधना में जुटी रही ।
आज धर्म सभा को साध्वी सु वृद्धि श्री जी रजत प्रभा जी कई धार्मिक संस्कारों का पाठ करवाया धर्म सभा को साध्वी सुमंगल प्रभा ने संबोधित करते हुए कहा क्षमा देना और क्षमता लेना मानव जीवन का एक बड़ा पुरुषार्थ है इस पुरुषार्थ को विश्व के सभी समुदाय को मनाना चाहिए क्षमा मांगने से मां के अंदर बंदी गांठ खुलती है क्षमा देने से और क्षमा लेने से हम अपने अंदर आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं क्षमा जो जीवन को हमेशा सदमार्ग की ओर ले जाती है जो जितना क्षमावन होगा उसके अंदर विनम्रता के गन अत्यधिक होंगे और विनम्र व्यक्ति ही क्षमता दे सकता है और क्षमता ले सकता है हमें अपने जीवन के अंदर इन गुना को समाहित करने से हम कई पाप से बच जाते हैं।
आज धर्म सभा को अनेक तपस्वियों ने तपस्या का संकल्प लिया आज मासक्षमण तपस्वी श्री मोहित चौरडिया का श्रमण संघ परिवार दुर्ग की ओर से अभिनंदन किया।
इसी तरह श्रमण संघ के मंत्री राकेश संचेती आकाश पारख विक्रम कोचर विक्रम पारख अंकिता गोठी के अलावा दो तीन पांच पांच उपवास के तपस्वियों ने भी धर्म सभा में तपस्या का संकल्प दोहराया
आज धर्म सभा का संचालन श्रवण संघ के पूर्व मंत्री टीकम छाजेड़ ने किया।
श्रवण संघ के अध्यक्ष धर्मचंद लोढ़ा ने पर्यूषण पर्व के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में अपना समय समर्पण और सहयोग देने वाले सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया
आज रात संध्या 6:00 बजे के बाद विभिन्न जैन धार्मिक सूत्रों के वाचन के साथ 84 लाख जीव योनियों से क्षमा याचना करते हुए सम्वतसरिक प्रतिक्रमण कर आपस में एक दूसरे से क्षमा याचना करेंगे। यह प्रतिक्रमण जवाहर चौक स्थित ओसवाल भवन दुर्ग में पुरुषों का तथा जय आनंद मधुकर रतन भवन बांदा तालाब दुर्ग में प्रतिक्रमण महिलाओं का होगा।