अम्बाजी(अमर छत्तीसगढ), 21 सितम्बर। ये सांसारिक जीवन क्षणभंगुर है ओर यहां जो रिश्ते नाते बने है वह भी क्षणभंगुर है। जिस क्षण ये जीवन समाप्त होगा ये सांसारिक रिश्ते भी छूट जाएंगे। ऐसे में इन रिश्तों का मोह नहीं रख अपनी आत्मा को पहचानने का प्रयास करे। हमारा लक्ष्य शरीर का कल्याण नहीं बल्कि धर्म साधना करके अपनी आत्मा का कल्याण करना होना चाहिए। जो प्राणी आत्मकल्याण के लक्ष्य पर आगे बढ़ जाते है उनका जीवन सार्थक बन जाता है।
ये विचार पूज्य दादा गुरूदेव मरूधर केसरी मिश्रीमलजी म.सा., लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान, वरिष्ठ प्रवर्तक पूज्य गुरूदेव श्रीरूपचंदजी म.सा. के शिष्य, मरूधरा भूषण, शासन गौरव, प्रवर्तक पूज्य गुरूदेव श्री सुकन मुनिजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती युवा तपस्वी श्री मुकेश मुनिजी म.सा. के सानिध्य में सेवारत्न हरीशमुनिजी म.सा. ने शनिवार को श्री अरिहन्त जैन श्रावक संघ अम्बाजी के तत्वावधान में अंबिका जैन भवन आयोजित चातुर्मासिक प्रवचन में व्यक्त किए।
धर्मसभा में युवारत्न श्री नानेशमुनिजी म.सा. ने कहा कि हम धर्म पालन की बात तो करते है लेकिन उसके प्रति गंभीरता नहीं दिखाते है। प्रवचन सुनना अधिक सार्थक तब होगा जब हम यहां सुनी गई प्रेरणादायी बातों को अपने जीवन में उतारेंगे। जिनवाणी को जीवन में उतारे ले तो आत्मकल्याण की राह बहुत आसान हो जाती है।
धर्मसभा में प्रार्थनार्थी सचिनमुनिजी म.सा. ने कहा कि प्रभु की भक्ति दिन में दो घड़ी भी सच्चे मन से कर ले तो दिन सार्थक हो जाता है। हम धर्म धारण करने की भावना तो रखते है लेकिन जब तक हमारे कर्म उसके अनुरूप नहीं होंगे धर्म नहीं आ पाएगा। हमारे विचार अच्छे होंगे तो आचार भी अच्छा होगा। धर्म के मार्ग सेे जुड़ने पर ही जीवन का कल्याण हो सकता है। इसलिए हमारी साधना का लक्ष्य धर्म के मार्ग से जुड़ आत्मकल्याण होना चाहिए ओर हमेशा पापकर्म से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए।
धर्मसभा में मधुर व्याख्यानी श्री हितेश मुनिजी म.सा. का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। धर्मसभा में कई श्रावक-श्राविकाओं ने आयम्बिल, एकासन, उपवास तप के प्रत्याख्यान भी लिए। प्रतिदिन विभिन्न स्थानों से गुरू भक्त श्रावक-श्राविकाएं दर्शनों के लिए पहुंच रहे है। अतिथियों का स्वागत श्रीसंघ के द्वारा किया गया। धर्मसभा का संचालन गौतमचंद बाफना ने किया। चातुर्मासिक नियमित प्रवचन सुबह 9 से 10 बजे तक हो रहे है। प्रतिदिन दोपहर 2 से 4 बजे तक का समय धर्मचर्चा के लिए तय है।
प्रस्तुतिः अरिहन्त मीडिया एंड कम्युनिकेशन, भीलवाड़ा, मो.9829537627