रायगढ़(अमर छत्तीसगढ) 18 अक्टूबर। धरमजयगढ़ थाना का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे पुलिस अधीक्षक दिब्यांग पटेल ने थाना में एक चौंकाने वाली घटना का खुलासा किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक को आरक्षक आर. 909 तिरिथ राम राठिया की हरकतें संदिग्ध लगीं, जिससे उसके शराब के सेवन का संदेह हुआ। मौके पर ही ब्रीथ एनालाइजर से परीक्षण करने पर पाया गया कि आरक्षक ने शराब का सेवन किया था।
पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई के बाद तत्काल प्रभाव से आरक्षक के खिलाफ थाना धरमजयगढ़ में अपराध क्रमांक 243/2024, धारा 36 (च) (1) आबकारी अधिनियम 2002 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद, आरक्षक तिरिथ राम राठिया को अपने पदीय दायित्वों के विरुद्ध आचरण के चलते निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की अवधि के दौरान उनका मुख्यालय रक्षित केंद्र रायगढ़ रहेगा।
इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक दिब्यांग पटेल ने स्पष्ट किया कि इस तरह की कार्रवाई पुलिस बल में अनुशासनहीनता और लापरवाही को रोकने के लिए आवश्यक है। यह कदम न केवल पुलिस महकमे के लिए एक कड़ा संदेश है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि जनता की सेवा में संलग्न अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करें।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में एक सख्त संदेश गया है कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अनुशासनहीनता पर तत्काल कार्रवाई होगी।