सीतापुर(अमर छत्तीसगढ़) 3 मई। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर में आकाशीय बिजली ने एक शिक्षक की जान ले ली। अचानक बारिश शुरू होने पर समय शिक्षक और छ: लोग बंद होटल में शरण लिए हुए थे। तभी वहां गाज गिरी और उसने शिक्षक को अपनी चपेट में ले लिया, जबिक उनके साथ खड़े अन्य छह-सात लोगों को खरोच तक नहीं आई। तो क्या मोबाइल ही शिक्षक के लिए जानलेवा साबित हुआ?
मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षक अपने किसी रिश्तेदारी घर से लौट रहे थे। घटना ग्राम रजौटी स्थित त्रिकोण चौक में करीब एक बजे की है। जहाँ जशपुर जिले के ग्राम तमता से रिश्तेदारी निभाकर घर वापस आ रहे शिक्षक ने बारिश से बचने बंद पड़े होटल में शरण ली थी। उस होटल में शिक्षक के अलावा पांच अन्य लोगों ने भी बारिश से बचने शरण ले रखी थी। इसी बीच तेज बारिश के साथ वहां पर गाज गिरी और मोबाइल चला रहे शिक्षक को अपनी चपेट में ले लिया।

जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि वहाँ मौजूद लोग उनको लेकर भागे-भागे हॉस्पिटल पहुँचे। जहाँ डॉक्टर ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर द्वारा मृत घोषित करने के बाद भी परिजनों का मन नही माना और वो इस उम्मीद से शिक्षक को मेडिकल कॉलेज लेकर भागे। ताकि अगर थोड़ी बहुत भी संभावना हो तो वहाँ शिक्षक की जान बचाई जा सके।
गाज गिरने के दौरान वहां मौजूद छह लोगों में से केवल शिक्षक इसकी चपेट में आ गए और अपनी जान गंवा दी। दरअसल बारिश के दौरान बंद पड़े टपरी में शिक्षक समेत छः लोग शरण लिए हुए थे। इस दौरान शिक्षक वहाँ बैठकर मोबाइल चला रहे थे, तभी वहां पर गाज गिरी और छह लोगों में से केवल शिक्षक को अपनी चपेट में ले लिया। बाकी वहाँ मौजूद पांच अन्य लोगों का बाल भी बांका नही हुआ। वे सभी इस प्राकृतिक आपदा में बाल-बाल बच गए।