रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 4 नवंबर। घोर तपस्वी महात्मा, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, वचन सिध्दि धारक, मौन साधन सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता, आराध्य गुरूदेव प,पु, श्री शीतलराज जी म,सा, का रामपुरिया निवास में दोपहर मौन मंगल पाठ के पश्चात, टैगोर नगर स्थित अनोपचंद तिलोकचंद भंसाली के परिवार की विनती स्वीकार कर निज निवास कल्पवृक्ष पधारे।
समस्त भंसाली परिवार ने प,पु, गुरूदेव की अगवानी कर जय जय कार के नारों के साथ अपने कल्पवृक्ष गृह स्थित उपासरे मे वंदन नमन कर मंगलपाठ श्रवण कर प,पु,गुरुदेव के प्रति कृत्ज्ञयता एवं आभार व्यक्त किया। श्री ऋषभदेव जैन मंदिर के ट्रस्टी एवं अध्यक्ष अभय भंसाली ने समस्त परिवार का परिचय कराया।