गुरूदेव का विहार डोंगरगढ़ से बालाघाट की ओर

गुरूदेव का विहार डोंगरगढ़ से बालाघाट की ओर

डोंगरगढ़ (अमर छत्तीसगढ) 29 नवंबर। घोर तपस्वी महात्मा, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, वचन सिध्दि धारक, मौन साधक, महास्थिवर, कठोर तप साधक, सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता आराध्य गुरूदेव प,पु,श्री शीतलराज जी म,सा,के पावन चरणों में वंदन है नमन है।

आपके आहार विहार की सुख साता पुछते है।प,पु,गुरूदेव डोंगरगढ़ स्थित श्री गोविंद चोपडा़ के निवास पर विराजित है ।कल यहाँ से प्रातः 6ः30 बजे आगे की ओर विहार है। विहार में जयपुर, इन्दौर, बालाघाट, दुर्ग ,रायपुर के भक्त अपनी सेवाऐं दे रहे हैपैदल चलो विहार में ,आये अति आनंद। लाभ मिले भवजल कटे, आत्मा बने बुलंद।

आपका 2025 का चार्तुमास बैतूल संभावित है। आप स्वस्थ रहे,सजग रहे,दीर्घायू हो ऐसी मंगलकामना वीर प्रभु से करते है।

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