तिरोड़ा(अमर छत्तीसगढ) 12 दिसम्बर।
स्वार्थ त्याग की कठिन तपस्या, बिना खेद जो करते हैं।
ऐसे ज्ञानी साधु जगत के, दुःख समूह को हरते हैं।
आज के दर्शन,वंदन एवं नमन कठोर तप साधक, वचन सिध्दि धारक, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, परम,पूज्य गुरूदेव श्री शीतलराज जी म. सा. आज 12/12/2024 को तिरोड़ा से तुमसर की ओर प्रातः विहार किया।
आपके आहार विहार की सुखसाता पुछते हुऐ विधिवत् वंदन है । ज्ञात हो कि वनों से आच्छादित, वन्य प्राणियों का विचरण क्षेत्र, मनोरम सुरम्य पहाड़ियां,प्राचीन खरोबा देव स्थान,इस क्षेत्र का विशेष आकर्षण है।
विहार मे जयपुर , सवाईमाधोपुर, बालाघाट कान्तिलाल बागरेचा, नाथूलाल, बालाघाट जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष भागचंद नाहर, गौतम, संतोष नाहर, राजुभाई, विनोद भाई श्रावक गण बहुत ही अहोभाव से विहार सेवा का लाभ ले रहे हैं ।