राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 25 जनवरी ।शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के बी ए पार्ट वन के विद्यार्थियों को आज परीक्षा में सफलता के लिए एकाग्रता की महत्व तथा एकाग्रता की विधि पर सारगर्भित उदबोधन दिया गया ।
इस अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय से मुख्य वक्ता के रूप ने पधारी ब्रह्माकुमारी प्रभा बहन जी ने एकाग्रता बढ़ाने के लिए राजयोग को अपने जीवन अपनाने की बात कही । साथ ही उन्होंने कहा कि जब भी पढ़ाई करने बैठे तो पांच मिनट परमात्मा का ध्यान करे या ओम का उच्चारण करे इससे हमारी मन बुद्धि एकाग्र हो जाती और हम जो भी पढ़ते है वो लंबे समय तक याद रहती है ।
ब्रह्माकुमारी प्रभा बहन जी ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों को राजयोग की गहन अनुभूति भी कराई । इससे पूर्व ब्रह्माकुमार झालम भाई ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मोबाइल के कारण हमारे मन में ओवर इनफार्मेशन रहता है जिसकी हमे जरूरत नहीं होती इससे हमारी एकाग्रता नष्ट होती है ।
विद्यार्थियों को चाहिए कि वे सोने से 2 घंटे पूर्व मोबाइल से दूर हो जाए तथा सुबह उठने के बाद 2 घंटे तक मोबाइल न देखे । सुबह उठते ही सात बार सकारत्मक चिंतन करे जैसे मैं बहुत बुद्धिमान आत्मा हूं । इससे हमारी बुद्धि बढ़ेगी और मन की एकाग्रता भी बढ़ेगी ।
इस अवसर पर दिग्विजय महाविद्यालय के भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ शुभेंदु
जेनामणि जी , ब्रह्माकुमारी महिमा बहन जी , प्राध्यापिका नम्रता बहन जी, ब्रह्माकुमार राजकुमार भाई , ब्रह्माकुमार दीपक शर्मा जी तथा लगभग 150 की संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित थे.।