राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 21 फरवरी ।- रियासत कालीन प्राचीन रानी मंदिर छुईखदान में शिवशक्ति जस फाग भजन प्रभातफेरी मंडली द्वारा सभी मंदिरों में फाग गीत प्रस्तुति देते हुए 20 फरवरी 2025 गुरुवार को भव्य फाग गीत महोत्सव में प्रस्तुति दी।
मंदिर समिति के संरक्षक लाल जे . के . वैष्णव ने बताया कि प्राचीन काल से चली मूल संस्कृति अनुरूप फाग संगीत में दादरा , डहकी , डहका , रसिया , ख्याल , धमाल , चौताला आदि विधाओं के फाग गीतों की मंदिरों में प्रस्तुति दी । फाग गीत संगीत संध्या में पंचम साहु , देवी साहु , नारायण निषाद , आनंद मंडावी, , कीर्तन साहु , संजय चन्द्राकर , लक्ष्मण निषाद , संतोष जंघेल पुजारी शक्ति मंदिर , कीर्तन साह , हर्षवर्धन साहु , लाल जितेन्द्र किशोर , अग्नु निषाद , संजय जी, छन्नू निषाद , गोरेयदु , ओमयदु , प्रदीप सेन, मयंक शर्मा, किसन सेन, चैतन्य रजक, सुनील चन्द्राकर , विजय , बबला यादव , सूर्याशीष , दिनेश महोबिया, पुजारी अनिल रानी मंदिर आदि रहे ।
फाग गीत महोत्सव में प्रथम * अरे हां पहले गणपति ला गा लयिहो हो शिव पार्वती के लाल * द्वितीय * कौशिल्या के बारे दुलारे राम के नैना सलोना रे जय बोलो राधिका प्यारी की श्री वृषभानु दुलारी की * मोहन छैल छबीलो रसिया श्याम गत रंगीलो , वृंदावन प्रभु धेनु चरावे बाजत बंशी रसीले , दे दे बुलउवा राधे को आदि मनमोहक प्रस्तुतियों से बड़ी संख्या में भक्त जन ताली बजाकर आनंदित हुए ।
राजपरिवार के लाल जे के वैष्णव ने सभी सदस्यों को गुलाल लगाकर स्वागत किया एवं छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बचाए रखने फाग गीत महोत्सव 2025 पर बधाई शुभकामनाएं दी । साथ ही शहर के सभी मंदिरों में फाग गीत गायन हेतु आभार व्यक्त किया।