व्यक्तित्व विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है जेसीस राज्यपाल से जे.सी.आई. के प्रतिनिधिमण्डल ने की भेंट
रायपुर(अमर छत्तीसगढ़), 15 फरवरी 2022/ राष्ट्र निर्माण की दिशा में किये जा रहे कार्यों में हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, कई असफलताएं भी आएंगी, परन्तु जीवन में असफलता भी सफलता के रास्ते में एक सीढ़ी की तरह है। उक्त बातें राज्यपाल सुश्री अनुसुईया
असफलता, सफलता के रास्ते में एक सीढ़ी की तरह है: सुश्री उइके
व्यक्तित्व विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है जेसीस
राज्यपाल से जे.सी.आई. के प्रतिनिधिमण्डल ने की भेंट
रायपुर, 15 फरवरी 2022/ राष्ट्र निर्माण की दिशा में किये जा रहे कार्यों में हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, कई असफलताएं भी आएंगी, परन्तु जीवन में असफलता भी सफलता के रास्ते में एक सीढ़ी की तरह है। उक्त बातें राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज यहां राजभवन में जे.सी.आई रायपुर के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में जेसीस ऑफ सुपर चैप्टर 2022 के नवनियुक्त अध्यक्ष सह प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात के दौरान कही। राज्यपाल सुश्री उइके ने जे.सी.आई. के नवनियुक्त अध्यक्षों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जे.सी.आई. राज्य में लोगों को जागरूक करने एवं उनके व्यक्तित्व विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है। यह संगठन युवाओं के लिए भी कार्य करता है जो निश्चित ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है। उन्होंने कहा कि युवा हमारे देश के भविष्य हैं। उनके व्यक्तित्व एवं कौशल विकास की दिशा में लगातार कार्य करने की आवश्यकता है ताकि वे बेहतर कल का निर्माण कर सकें। जे.सी.आई. संस्था द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयास सराहनीय है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों से अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि किस तरह उन्होंने प्राध्यापक से राज्यपाल बनने तक का सफर तय किया। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि बतौर प्राध्यापक उन्होंने किस तरह संसाधनों के अभाव में भी शिक्षण कार्य किया। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में कार्य करने का अनुभव उनके जीवन का स्मरणीय समय रहा।
व्यक्तित्व विकास पर बात करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि लोग बड़ी-बड़ी डिग्रियां ले लेते हैं, अच्छे नंबरों से पास हो जाते हैं, परन्तु व्यक्तित्व विकास न होने से उनका आचार-विचार और संस्कार प्रभावपूर्ण नहीं होता। जेसिस द्वारा व्यक्तित्व विकास के लिए किये जा रहे कार्य युवाओं के लिए मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि जेसीस यह भी प्रयास करें कि ग्रामीण अंचलों में लोगों का किस तरह से विकास किया जाए ताकि वे मुख्यधारा से जुड़कर समाज निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दे पाएं। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि समाज सेवा की भावना बाध्यकारी नहीं अपितु स्वस्फूर्त और अंतर्मन से जागृत होनी चाहिए। इस अवसर पर जेसीस छत्तीसगढ़ के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल ने राज्यपाल से सभी नवनियुक्त अध्यक्षों का परिचय कराया। श्री अग्रवाल ने जेसीस के द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी।
प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल सुश्री उइके को बैज, मेडल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। राज्यपाल सुश्री उइके ने भी श्री राजेश अग्रवाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
ने आज यहां राजभवन में जे.सी.आई रायपुर के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में जेसीस ऑफ सुपर चैप्टर 2022 के नवनियुक्त अध्यक्ष सह प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात के दौरान कही। राज्यपाल सुश्री उइके ने जे.सी.आई. के नवनियुक्त अध्यक्षों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जे.सी.आई. राज्य में लोगों को जागरूक करने एवं उनके व्यक्तित्व विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है। यह संगठन युवाओं के लिए भी कार्य करता है जो निश्चित ही समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है। उन्होंने कहा कि युवा हमारे देश के भविष्य हैं। उनके व्यक्तित्व एवं कौशल विकास की दिशा में लगातार कार्य करने की आवश्यकता है ताकि वे बेहतर कल का निर्माण कर सकें। जे.सी.आई. संस्था द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयास सराहनीय है।राज्यपाल सुश्री उइके ने प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों से अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि किस तरह उन्होंने प्राध्यापक से राज्यपाल बनने तक का सफर तय किया। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि बतौर प्राध्यापक उन्होंने किस तरह संसाधनों के अभाव में भी शिक्षण कार्य किया। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में कार्य करने का अनुभव उनके जीवन का स्मरणीय समय रहा।व्यक्तित्व विकास पर बात करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि लोग बड़ी-बड़ी डिग्रियां ले लेते हैं, अच्छे नंबरों से पास हो जाते हैं, परन्तु व्यक्तित्व विकास न होने से उनका आचार-विचार और संस्कार प्रभावपूर्ण नहीं होता। जेसिस द्वारा व्यक्तित्व विकास के लिए किये जा रहे कार्य युवाओं के लिए मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि जेसीस यह भी प्रयास करें कि ग्रामीण अंचलों में लोगों का किस तरह से विकास किया जाए ताकि वे मुख्यधारा से जुड़कर समाज निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दे पाएं। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि समाज सेवा की भावना बाध्यकारी नहीं अपितु स्वस्फूर्त और अंतर्मन से जागृत होनी चाहिए। इस अवसर पर जेसीस छत्तीसगढ़ के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल ने राज्यपाल से सभी नवनियुक्त अध्यक्षों का परिचय कराया। श्री अग्रवाल ने जेसीस के द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी।प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल सुश्री उइके को बैज, मेडल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। राज्यपाल सुश्री उइके ने भी श्री राजेश अग्रवाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।