रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 23 अप्रैल। समस्त भैरव सोसाइटी व आस पास के जैन समुदाय में अपूर्व उत्साह उमंग व ध्वजारोहण महोत्सव में शामिल होने का पवित्र संकल्प लिए प्रातः से ही श्रावक श्राविकाओं व भक्तजनों के आवागमन का अविरल प्रवाह निरन्तर गतिशील था, पूरे मंदिर परिसर सभा मंडप भगवान के गर्भ गृह को सुगंधित फूलो से सजाया गया था ।

निर्धारित मुहूर्त प्रातः 9 बजे ध्वजा महोत्सव प्रतिष्ठाचार्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभ सूरीश्वर जी म. सा . के शुभ आशीर्वाद से उपाध्याय प्रवर , आध्यात्म योगी श्री महेन्द्र सागर जी एवं उपाध्याय श्री मनीष सागर जी के सुशिष्य श्री ऋजुप्रज्ञसागर जी व श्री प्रसम सागर जी आदि ठाणा के पावन सानिध्य में आरम्भ हुआ।
सुप्रसिद्ध विधिकारक श्री विमल गोलछा ने ध्वजारोहण निमिते सत्तर भेदी पूजा का आगाज सर्वप्रथम ॐ पुण्याह्म पुण्याह्म प्रियन्ताम प्रियन्ताम के पवित्र शब्दों के साथ करते हुए सर्वप्रथम छेत्रपाल देवता को पूजा में शामिल होने आव्हान करते हुए नारीयल पान पत्ता फल नैवेद्य समर्पित किया फिर प्रारम्भ हुई 17 विधान से ध्वजा की पूजा प्रत्येक विधान में मंत्रोच्चारण के साथ अक्षत के स्वास्तिक में नारियल फल फूल मिठाई समर्पित की ध्वजा के लाभार्थी परिवारों ने नवमें ध्वजा की पूजा के विधान में अष्टप्रकारी पूजा आरम्भ की , कायमी ध्वजा के लाभार्थी परिवार क्रमश श्री सीमंधर स्वामी – मूलचंद संतोष सरला बैद परिवार – दादागुरु श्री जिनकुशल सूरी जी – तिलोकचंद शांतिलाल अशोक बरडिया परिवार , दादा श्री जिनदत्त सूरी जी – श्रीमती पुष्पा देवी मनोज कविता कोठारी परिवार व मणिधारी दादा श्री जिनचंद सूरी जी की ध्वजा महेन्द्र मीना , तरुण सुषमा , मानस , गौरव प्रेरणा , दिया , कल्प , गर्वित कोचर शांतिलाल अंजू कोठारी परिवार ने मुनिभगवंत से ध्वजा फहराने का आदेश प्राप्त कर उनके आशीर्वाद स्वरूप वासक्षेप पूजन किया व ध्वजा को सिर पर रखकर प्रभु व दादा गुरुदेव की 3 फेरी के साथ ही श्री सीमंधर स्वामी की ध्वजा के लाभार्थी संतोष सरला बैद परिवार सहित 51 फ़ीट ऊंचे शिखर पर ध्वजा फहराने ॐ पुण्याह्म पुण्यहॉं के मंगल ध्वनि से शिखर पर ध्वजा चढ़ाई ।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अखिल भारतीय खरतरगच्छ प्रतिनिधि महासभा के अध्यक्ष प्रकाश सुराना, ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष विजय कांकरिया कुंथुनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष चन्द्रेश शाह, राजेश सिंघी, मनोज कोठारी, नीलेश गोलछा, टीकम जैन , निकेश बरड़िया, जय सांखला, प्रसिद्ध उधोगपति बी एल जैन, ललित लुनिया, राजेश गोलछा, तरुण कोचर, डॉ योगेश बंगानी, सरला बैद, ममता नाहर, मयूरी गोलछा, दीप्ती बैद, पदम गोलछा, आदित्य बैद , मनोज झाबक, संजय धाड़ीवाल, संतोष झाबक, प्रणय बुरड़ आदि उपस्थित थे ।