अधिकारी हुए बेखौफ : पट्टे की जमीन चढ़ा दी व्यापारी के नाम, एक करोड़ से ज्यादा की जमीन का नामांतरण भी कर दिया

अधिकारी हुए बेखौफ : पट्टे की जमीन चढ़ा दी व्यापारी के नाम, एक करोड़ से ज्यादा की जमीन का नामांतरण भी कर दिया

मोहला(अमर छत्तीसगढ़) 29 अप्रैल। मोहला, मानपुर, अंबागढ़-चौकी जिले में राजस्व विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली के चलते आए दिन जमीनों से जुड़े कई तरह के चौंकाने वाले मामले सामने आते रहते हैं। इसी क्रम में अब पटवारी, रजिस्ट्रार और तहसीलदार ने मिलकर अंबागढ़-चौकी विकासखंड के ग्राम मुंजाल में हाइवे पर स्थित कीमती शासकीय पट्टे वाली भूमि का रजिस्ट्री नामांतरण करते हुए ऋण पुस्तिका बना डाला।

मिली जानकारी के मुताबिक, अंबागढ़-चौकी से चिल्हाटी हाईवे पर मुजाल की साढ़े चार एकड़ भूमि की रजिस्ट्री, नामांतरण करते हुए ऋण पुस्तिका जारी कर नगर के एक सेठ को भूमि का मालिक बना दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग के जिम्मेदार अफसरों ने शासकीय नियमों के विपरीत जाकर कूट रचना, षड्यंत्र कर शासन द्वारा दी गई शासकीय काश्तकारी की भूमि की रजिस्ट्री, नामांतरण करा दिया गया और ऋण पुस्तिका भी बना दी गई।

राजस्व के दस्तावेजों के मुताबिक ग्राम मुंजाल स्थित 1.760 हेक्टेयर शासकीय भूमि को बालमुकुंद पिता भागवत प्रसाद निवासी अंबागढ़ चौकी से खरीद फरोख्त कर नगर के व्यापारी रमन गुप्ता, पिता नंदकिशोर गुप्ता के नाम पर रजिस्ट्री नामांतरण और भूमि का मालिक दर्ज करते हुए ऋण पुस्तिका बनाई गई है।

दस्तावेजों के अनुसार शासकीय पट्टे की भूमि का रजिस्ट्री-नामांतरण और ऋण पुस्तिका बनाने में तहसीलदार अनुरिमा टोप्पो, रजिस्ट्रार नरेंद्र सिंह नाग, पटवारी धिरपाल ठाकुर की बेहद संदिग्ध भूमिका बताई जा रही है।

स्थानीय विधायक इंद्र शाह मंडावी ने इस मामले में कहा है कि, लगातार राजस्व विभाग के अफसरों के खिलाफ बेहद चौंकाने वाली शिकायतें जिला बनने के बाद देखने को मिल रही हैं। अब अंबागढ़- चौकी तहसील का मामला सामने आया है, जिसमें रजिस्ट्रार, पटवारी, तहसीलदार के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई तय होनी चाहिए।

बीते माह पति के ऊपर हुई एसीबी की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार बीते माह अंबागढ़ चौकी तहसील में पदस्थ तहसीलदार अनुरिमा टोप्पो के आरआई पति के खिलाफ बस्तर, कांकेर जिला के दुर्गुकोदल मे रिश्वत लेने के मामले मे एंटी करप्शन ब्यूरो ने हिरासत में लिया था।

वहीं इस मामले में एसडीएम हेमेंद्र भुआर्य ने कहा है कि, रजिस्ट्री- नामांतरण और ऋण पुस्तिका कैसे बनाई गई, इसकी विधिवत परत दर परत जांच की जाएगी।

Chhattisgarh