नवापारा(अमर छत्तीसगढ) 10 मई। छत्तीसगढ़ के गोबरा नवापारा क्षेत्र में अवैध रेत खनन का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा। शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों और बार-बार की गई कार्रवाइयों के बावजूद रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
खुलेआम दिनदहाड़े रेत से लदी गाड़ियां गांवों की सड़कों से निकल रही हैं, जिससे न केवल सड़कें जर्जर हो रही हैं बल्कि दुर्घटनाएं भी आम हो गई हैं। इस अवैध गतिविधि से न सिर्फ शासन को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि महानदी जैसी जीवनदायिनी नदी भी संकट में पड़ चुकी है।
रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह के निर्देश पर गोबरा नवापारा के तहसीलदार सृजन सोनकर के नेतृत्व में राजस्व, खनिज और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने सख्त कार्रवाई करते हुए अवैध रेत खनन में प्रयुक्त मशीनों को जब्त किया है। कार्रवाई के तहत तर्री गांव से दो चैन माउंटेन और एक पोकलेन मशीन जबकि पारागांव से एक मशीन जब्त की गई है।
सुशासन तिहार के दौरान भी नागरिकों ने लगातार अवैध रेत खनन की शिकायतें की थीं। इसके बावजूद नवापारा-राजिम क्षेत्र में यह अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा। रेत माफियाओं की मनमानी से ग्रामीणों को न केवल असुविधा हो रही है, बल्कि देर रात गुजरने वाली भारी वाहनों की आवाजाही से सड़कों की हालत भी बिगड़ती जा रही है। इतना ही नहीं, रायपुर जिले की सीमा से लगे धमतरी के अवैध घाटों से भी गाड़ियां नवापारा के गांवों से होकर बेखौफ गुजर रही हैं।