जगदलपुर(अमर छत्तीसगढ़) 14 मई। बीजापुर के उसूर व पामेड़ थाना क्षेत्र में बीते 48 घंटे में माओवादियों ने पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी। माओवादियों ने खूनी खेल खेलते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता व सोसायटी संचालक, शिक्षादूत, रसोईया समेत पांच ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है। वहीं क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मण्डावी भी ग्राम कंचाल पहुंचकर शोक संतप्त परिवारों को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार, बीजापुर जिले में नक्सलियों ने मीनागट्टा स्कूल में कार्यरत शिक्षादूत मुचाकी अशोक की हत्या कर दी। शिक्षादूत मुचाकी अशोक रविवार को अप्रवेशी बच्चों का सर्वे करने गांव में पहुंचे थे और घर घर सर्वे कर रहे थे, ताकि शिक्षा से दूर ऐसे बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। इस दौरान नक्सलियों ने रसोईया मड़कम्म हड़मा व दो अन्य ग्रामीण मुचाकी रामा व कट्टम कोसा की भी हत्या बीती रात कर दी।
वहीं, इससे पूर्व नक्सलियों ने खूनी खेल खेलते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता व सोसायटी संचालक व तीन बार के उपसरपंच रहे नागा भण्डारी को मौत के घाट उतार दिया था। लगभग 7 माह पूर्व 24 अक्टूबर 2024 को मृतक नागा के बड़े भाई तिरुपति भंडारी को ग्राम उसूर के पास दिनदहाड़े नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया था।
नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन के थमते ही नक्सलियों के हौसले बुलंद हो गए है और उनके द्वारा लगातार हत्याकांड को अंजाम देते हुए इलाके में दहशत फैलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि बीजापुर जिले की करेर्गुट्टा पहाड़ी में पिछले लगभग 20 दिन से सीआरपीएफ, एसटीएफ, डीआरजी, बीएसएफ, बस्तर फाइटर, जिला पुलिस व अन्य सुरक्षा बलों द्वारा आपरेशन चलाया जा रहा था। लेकिन हाल ही में पहलगाम की घटना के बाद भारत- पाकिस्तान के बीच उपजे हालात को देखते हुए ऑपरेशन को स्थगित कर दिया गया है। देश की सीमाओं की रक्षा के लिए बेकअप के लिए पैरामिलिट्री फोर्सेस की जरूरत पड़ सकती है। आपरेशन के थमते ही नक्सलियों की कायराना हरकत शुरू हो गई है।
बीजापुर जिले में लगातार नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों की हत्या की वारदात के बाद ग्राम कंचाल स्थित मृतकों के घर पर पहुंचे और परिवारों को सांत्वाना दी। इस दौरान विधायक मण्डावी ने नक्सलियों द्वारा कि गई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हुए मृतकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की। उन्होंने सरकार व नक्सलियों से सवाल करते हुए कहा कि आखिर कब तक निर्दोष आदिवासियों की हत्या होती रहेगी।