रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 22 मई। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग को नक्सलमुक्त बनाने के लिए चल रहे अभियान पर गुरुवार को सीएम विष्णु देव साय ने मीडिया से चर्चा की। श्री साय ने अबूझमाड़ नक्सल ऑपरेशन की सफलता पर कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नक्सलवाद बहुत बड़ा खतरा है।
श्री साय ने कहा कि, बस्तर जनजातीय समुदाय के लिए जाना जाता है। बस्तर लंबे समय से नक्सलवाद का दंश झेल रहा है। बस्तर के लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं ने नक्सलियों ने वंचित किया। श्री साय ने कहा कि, भाजपा की सरकार आने के बाद लगातार ऑपरेशन हो रहे हैं। नक्सलवाद 31 मार्च 2026 तक समाप्त होगा, ऐसा संकल्प सरकार ने लिया है।
उन्होंने बताया कि, बुधवार को 27 कुख्यात नक्सलियों को मारा गया। नक्सलियों का लीडर सीपीआई महासचिव बसव राजू को ढेर किया गया। श्री साय ने बताया कि, बसव राजू पर सवा तीन करोड़ का ईनाम था। तीन दशकों में महासचिव स्तर का लीडर पहली बार मारा गया है। इससे नक्सलियों की कमर टूटी है।
श्री साय ने बताया कि, कई महीने से जवानों को इनपुट मिल रहा था। इसी के चलते कर्रेगुट्टा पहाड़ पर विषम परिस्थितियों में ऑपरेशन चलाया गया। जवानों ने शौर्य का परिचय देते हुए नक्सलियों से पहाड़ खाली कराया। उनहोंने कहा कि, हमारे जवान साहस का परिचय दे रहे हैं, मैं उनकी मुस्तैदी और साहस को नमन करता हूं। श्री साय ने कहा कि, हम समर्पण करने की अपील शुरू से कर रहे हैं, हमारे आह्वान पर बड़ी संख्या में नक्सलियों ने समर्पण भी किया है।
उन्होंने कहा कि, आत्मसमर्पित नक्सली आज अच्छे से जीवन यापन कर रहे हैं। बस्तर में शांति व्यवस्था कायम हो रही है। बस्तर पण्डुम, बस्तर ओलंपिक का सफल आयोजन हुआ। यह सब प्रमाण है, बस्तर के लोग नक्सलवाद से मुक्ति चाहते हैं। श्री साय ने कहा कि, नक्सली अब छोटे से क्षेत्र में सिमट गए हैं। नक्सलवाद अब बस्तर में अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।