बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़) श्री दशाश्रीमाली स्थानकवासी जैन संघ अध्यक्ष भगवानदास भाई सुतारिया ने बताया कि आज पर्यूषण का प्रथम दिवस था जिसमें अहमदाबाद से पहुंची उपासिका बहनों द्वारा समाज के सदस्यों को आज का दिन का महत्व एवं और उनके बारे में बताया । यह पर्व 24 अगस्त से 31 अगस्त तक रहेगा। जैन दर्शन स्वाध्याय संघ अहमदाबाद से पधारी तीन बहनें हीना दोशी, रंजन शाह, प्रफुल्ला शाह द्वारा प्रवचन एवं धर्म चर्चा की गई ।
पर्यूषण पर्व के प्रथम दिवस कार्यक्रम में सुबह 6:30 बजे प्रार्थना की गई, इसके पश्चात प्रवचन और दोपहर धर्म चर्चा एवं शाम को प्रतिक्रमण किया गया।
अहमदाबाद से पधारी तीन बहनें हीना दोशी, रंजन शाह, प्रफुल्ला शाह द्वारा प्रवचन में समझाया धर्म कैसे होता है, धर्म कहा किया जाता है और धर्म क्यों किया जाता है, इस बारे में अपने व्याख्यान में बहुत ही विस्तार से उन्होंने बताया।
धर्म कैसे होता है इस बारे में उन्होंने बताया कि धर्म एक दूसरे को देख कर किया जाता है । परिवार में बड़े यदि धर्म करते हैं तो बच्चे उन्हें देखकर सीखते हैं और पूरा परिवार धार्मिक बन जाता है वैसे ही समाज में एक दूसरे को देख कर धर्म किया जा सकता है, धर्म कहां किया जाता है इस बारे में बताते हुए कहा कि धर्म स्वच्छ व शांति स्थल पर किया जाता है चाहे वह घर में ही क्यों ना हो स्वच्छता की ओर ध्यान ज्यादा रखना चाहिए मंदिर में भी किया जा सकता है धर्म, धर्म क्यों करते हैं तो अपनी आत्मा को परमात्मा से मिलाने के लिए धर्म किया जाता है जितना धर्म आप करेंगे उतना ज्यादा पुण्य अर्जित करेंगे मनुष्य मरने के बाद किए हुए धर्म को ही ले जा सकता है । धन-दौलत संपत्ति सब यहीं छूट जाती है । मोहमाया का त्याग कर धर्म किया जाता है जो व्यक्ति धर्म करता है वह मोक्ष को प्राप्त करता है।
समाज के 28 श्रावक श्राविकाओं ने एकासणा तप किया तत्पश्चात रेलवे परिक्षेत्र में भूखे को भोजन कराया गया और इस तरह पर्युषण महापर्व का शुरुआत किया गया।
प्रवचन में समाज के अध्यक्ष भगवानदास भाई सुतारिया, कीर्ति सुतारिया, राजू तेजाणी, जितेंद्र गांधी, केतन सुतारिया, प्रवीण दमाणी, गोपाल वेलाणी, लता देसाई, छाया देसाई, पारुल सुतारिया, देवीला सुतारिया, शर्मिला तेजाणी, रमिला पटेल, संगीता दमानी, उर्मिला तेजाणी सहित समाज के लोग उपस्थित थे ।