जीवन में करुणा सभी को आनंद पहुंचाती है जिसके मन में करुणा नहीं वह व्यक्ति अभवी होता है – युवाचार्य भगवंत महेंद्र ऋषि

जीवन में करुणा सभी को आनंद पहुंचाती है जिसके मन में करुणा नहीं वह व्यक्ति अभवी होता है – युवाचार्य भगवंत महेंद्र ऋषि

दुर्ग (अमर छत्तीसगढ़) प्रयुर्षण पर्व का आज चौथा दिवस था जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तलाब दुर्ग में आध्यात्मिक आनंद वर्षावास की प्रवचन श्रृंखला में जैन समाज के सभी वर्ग के लोग प्रवचन का श्रवण कर रहे हैं आचार्य सम्राट जयमल जी महाराज के जाप अनुष्ठान में बड़ी संख्या में सभी वर्ग संप्रदाय के लोक लोग बढ़-चढ़कर जब अनुष्ठान मे भाग ले रहे हैं ।
आनंद संमवशरण की धर्म सभा मे आज के प्रवचन का विषय
पर दुख कहां सहा ना जाए विषय पर केंद्रित था को
युवाचार्य भगवंत श्री महेंद्र ऋषि जी महाराज ने कहा इसी के किसी के दुख को दूर करने में सुख है या आंख फैर लेने में सुख है यह अब एक चर्चा का विषय है ।
जब हम किसी दुखी व्यक्ति के जीवन में खुशियां देते हैं उस खुशी से होने वाली आत्म शांति का अनुभव वही व्यक्ति कर सकता है जो दुखी व्यक्ति को सुख पहुंचा रहा है ।
जीवन में करुणा सभी को आनंद पहुंचाती है जिसके मन में करुणा नहीं वह व्यक्ति अभवी होता है ।


सभी के प्रति करुणा जिसके मन में है सभी के प्रति मैत्री का भाव जिसके मन में हैं वह व्यक्ति हमेशा विनम्र सुखचैन के साथ अपना जीवन व्यतीत करता है यूवाचार्य भगवंत ने कहा जीवन में अच्छाइयों का जीवन में आनंद लो जीवन को जियो और अच्छाइयों को प्रमोट करो बढ़ावा दो दुखी व्यक्ति के लिए हमारे मन मस्तिक समय में हमारी करुणा कभी कम ना हो इस बात का हमें हमेशा ध्यान रखना चाहिए विश्व के सभी प्राणी को करुणा को देखने का समझने का और महसूस करने का अवसर की ओर से ईश्वर की ओर से सभी को मिला हुआ है लेकिन इस अनुभव को समझने का बताने का और महसूस करने का मनुष्य को पुरी योग्यता ईश्वर ने प्रदान की है इसका हमें सार्थक उपयोग करना चाहिए ।

आनंद स्वर लहरिया ओपन बुक किताब का विमोचन

400 भजन से सुसज्जित आनंद स्वर लहरिया ओपन बुक परीक्षा के प्रश्न पत्र का विमोचन वर्धमान स्थानक वासी श्रमण संघ दुर्ग के। अध्यक्ष निर्मल बाफना धोड़नदी से आए श्रावक श्री के मुख्य आतिथ्य में आनंद समवशरण में आज इस पत्रिका का विमोचन किया गया आनंद स्वर लहरिया नाम किस इस भजन माला पुस्तक युवाचार्य श्री महेंद्र ऋषि जी द्वारा लिखी गई है इस भजन माला से संत हितेंद्र ऋषि जी महाराज ने प्रश्न पत्र का संयोजन किया हे इसी पति का का पत्रिका का आज आनंद संमवशरण की धर्म सभा में विमोचन किया गया
यह प्रश्न पत्र दुर्ग में श्रीमती सपना संचेती एवं रायपुर में श्री अनिल कुचेरिया के प्राप्त की जा सकती है इस प्रश्न पत्र का मूल्य किताब सहित ₹120 निर्धारित किया गया है और जिन्हें केवल प्रश्न पत्र चाहिए उन्हें केवल ₹20शुल्क देना होगा

पांच प्रथम पुरस्कार
दस दित्तीय एवं तृतीय उसका पुरस्कार घोषित किया गया है प्रश्न पत्र भरकर भरकर जमा करने की अंतिम तिथि अक्षय तृतीया 2023 निर्धारित की गई है क्या प्रश्न पत्र यह प्रश्न पत्र देश के विभिन्न शहरों में उपलब्ध रहेगा


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