(डॉ सीएल जैन सोना)
राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अरूण साव ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही कल उन्होने कार्यभार ग्रहण करते ही अपने प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है जिसमें राजनंादगांव शहर के तीन नेताओं को प्रदेश स्तर पर पदस्थ किया है। इसके साथ ही अब राजनंादगांव व मोहला मानपुर एवं खैरागढ़ जिला के भाजपा अध्यक्ष व महामंत्री की नियुक्ति को लेकर चर्चाओं का दौर प्रारंभ हो गया है।
पिछड़ा वर्ग आदिवासी बाहुल्य होने की वजह से इस वर्ग के पार्टीजनों को प्राथमिकता मिलनी संभव है। वैसे भी भाजपा राजनंादगांव जिला अध्यक्ष के रूप में शहर के ही किसी नेता को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है। जिसमें पिछड़ा वर्ग को लेकर रमेश पटेल, शिव वर्मा इत्यादि हो सकते हैं। महामंत्री का चयन भले ही जिले के साहू बाहुल्य क्षेत्र छुरिया, चौकी, डोंगरगांव से हो सकता है। राजनंादगांव जिला भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में जिन नामों की चर्चा है उनमें दिनेश गांधी भी सबसे आगे दिख रहे हैं।
अन्य नेताओं में सौरभ कोठारी, अशोक चौधरी सहित कुछ और नाम भी चर्चाओं में है। राजनांदगांव जिले का विभाजन होकर दो नये जिले मोहला, मानपुर एवं खैरागढ़, छुईखदान, गंडई, जिले बनने की वजह से अब राजनांदगांव जिले में विशेषकर छुरिया, चौकी , डोंगरगांव, साहू बाहुल्य होने की वजह से साहू वर्ग के पार्टीजन को भी महत्व दिया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर खैरागढ़, छुईखदान, गडई जिले में भी नई कार्यकारिणी के रूप में जिला अध्यक्ष भाजपा अध्यक्ष चुना जाना है। इसमें दो ही नाम कोमल जंघेल एवं विक्रांत सिंह का चर्चाओं में दिख रहा है।
हालांकि यह जिला लोधी साहू, पिछड़ा वर्ग बाहुल्य है। राजनांदगांव से विभाजित होकर बने मोहला, मानपुर जिले में भी जिला भाजपा अध्यक्ष के रूप में फिलहाल एक नाम पूर्व विधायक संजीव शाह का चर्चाओ में है। जहां तक सामान्य वर्ग की बात है भाजपा नेता अशोक चौधरी, डेढ़ दशक से अधिक समय से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ दिख रहे है। संगठन में उन्हें भी जिला स्तर पर महत्वपूर्ण पद से नवाजा जा सकता है।
राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत चार जिले आते हैं। सांसद संतोष पांडे, चर्चाओं के अनुसार पंडरिया से चुनाव लडऩे के इच्छुक बताये जाते हैं। वहीं पूर्व संासद अभिषेक सिंह भी पार्टी ने चाहा तो पंडरिया से किश्मत अजमा सकते हैं। लेकिन भाजपा का राष्ट्रीय स्तर पर परिवारवाद का हमला संभव है। डॉ. रमन सिंह को ही वापस राजनांदगांव का उम्मीदवार घोषित किया जाये, जो कि पूरी तरह से डॉ. रमन के मंशा के अनुरूप ही होगा। संगठन में राजनंादगांव स्तर पर जिला भाजपा अध्यक्ष का चुनाव भी उनकी सहमति पर की मुहर पर ही टिकी हुई है।
पिछले लगभग डेढ़ दशक से अधिक समय से डॉ. रमन के सहयोग व आशीर्वाद से मधुसूदन यादव, सांसद , महापौर, एवं दो बार जिला अध्यक्ष बने है। पार्टी को भी अब उनकी सेवाएं प्रदेश उपाध्यक्ष पद लेने की वजह से राजनंादगांव जिला भाजपा में महत्वपूर्ण नेता को जिला भाजपा के पद पर नवाजा जावे तो आश्चर्य नहीं होगा। अगले वर्ष होने वाले चुनाव को देखते हुए संभव है भाजपा 2023 जनवरी से ही विधानसभा उम्मीदवारों की घोषणा परोक्ष रूप से ही कर सकती है। भाजपा में प्रदेश स्तर पर हुए फेरबदल, प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान मिलने के साथ ही अब जिला स्तर पर ही भाजपा संगठन को मजबूती प्रदान करने, साधन, संपन्न, सक्रिय नेता को ही जिला अध्यक्ष का पद सौंप सकती है। इसकी चर्चा पार्टी में भी हो रही है। शेष फिर कभी….