अकलतरा (अमर छत्तीसगढ़)
श्री ऋषभ विद्योदय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस का आयोजन किया गया । जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के.डी. वैष्णव थे । कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चरणों पर दीप प्रज्वलित किया गया । राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा ’’समाज के लिए उठे-उठे’’ गीत से प्रस्तुत किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर राहुल सिंह द्वारा किया गया ।कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ तृप्ति शुक्ला ने सभी को राष्ट्रीय सेवा योजना का हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए एन.एस.एस की महत्वकांक्षा को व्याख्यान किया । श्री ऋषभ समिति के संरक्षक डॉ जे के जैन ने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व को बताते हुए वह स्वामी विवेकानंद के द्वारा युवा समूह के माध्यम से पूरे भारतवर्ष में परिवर्तन लाने का निर्णय किया था।
छात्रा श्वेता ने गांव के रहन-सहन एवं व्यावहारिक को दर्शाया। महाविद्यालय के विषय में वर्णन किया माया निर्मलकर ने ’’गूंजे गगन में’’ गीत गाकर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों उत्साहित किया। उसके बाद गोकुल कश्यप, प्रमिला सेन, निर्जला, तारिणी ने राष्ट्रीय सेवा योजना गीत का सुंदर प्रस्तुत किया। पुरुषोत्तम ने अपने पूर्व अनुभव राष्ट्रीय सेवा योजना के अनुभव को सुनाया, कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति रामबाबू ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना एवं पूर्व इतिहास अनुभव को व्यक्त किया। इसके बाद पूनम लहरें ने सुंदर कविता कहीं उसके बाद श्वेता के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना हेतु भाषण दिया।
अंतिम उद्बोधन के. डी. वैष्णव के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के बारे में बताया कि 200 छात्रों का चयन किया जाता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा 100 युवा समूह का माध्यम से पूरे भारतवर्ष में परिवर्तन लाने का निर्णय किया था। अभिवादन आर.सी. राठौर के द्वारा किया गया। आज के इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक व छात्र/ छात्रा उपस्थित रहे।