छत्तीसगढ़ में अब कक्षा 5वीं से 12वीं के पाठ्यक्रम में शामिल होगी महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षा

छत्तीसगढ़ में अब कक्षा 5वीं से 12वीं के पाठ्यक्रम में शामिल होगी महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षा

**मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दिए निर्देश :

बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ ही आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा का करें प्रबंध*

*गांवों का भ्रमण कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ जलसंरक्षण और मृदा संरक्षण का महत्व समझेंगे बच्चे*

रायपुर, (अमर छत्तीसगढ) 28 सितम्बर 2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में अब नयी पीढी को महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षाओं से जोड़ा जाएगा। गांधीजी के आदर्शो और सिद्धांतों से बच्चों को अवगत कराने के लिए इन्हें कक्षा 5वीं से 12वीं के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसमें शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को गांधी जी की मंशा के अनुरूप शिक्षा दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इसके लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा का प्रबंध राज्य शासन द्वारा सुनिश्चित किया जाए।मुख्यमंत्री श्री बघेल की पहल पर गांधीजी के आत्मनिर्भर ग्राम की संकल्पना को पूरा करने के लिए स्कूली बच्चों को गांव का भ्रमण कराकर सरकार की महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इससे स्कूली बच्चों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ जलसंरक्षण और मृदा संरक्षण जैसे विषयों पर जानकारी मिल सकेगी और आत्मनिर्भर ग्राम की कल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी।

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