देवभोग (अमर छत्तीसगढ) विकासखंड के गिरसुल में नाई समाज (सेन समाज) विशाल बैंठक रखा गया था । जिसमें जयपटना, जुनागढ़ धरमढ, गोलामुडा, खोखसरा कलमपुर, मैनपुर सहित अन्य स्थानों से समाज प्रमुख उपस्थित थे ।
नाई (सेन) समाज राजनीतिक और समाजिक पिछड़ा को लेकर पदाधिकारीयों ने अपना विचार रखा । समाज विकास के लिए समाजिक संगठन बहुत जरूरी होता है । समाज पिछड़ा वर्ग से संबंध रखने वाला समाज है । आज भी उन्हें मुलभूत समस्याओं जूझना पड़ रहा है । सरकारी योजनाओं से भी वंचित हो रहे हैं, पढ़े लिखे शिक्षक योग्य होते हुए भी जाति प्रमाण दस्तावेज बनाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ।
संगठन नहीं होने कारण शासन द्वारा अनदेखा किया जाता है, उसके कारण नाई (सेन) समाज पिछड़ा हुआ है। नाई समाज एक ऐसा समाज है जो सभी समाज के लोगों से संबंध भाई चारा का रखता है ।
आज समाज को राजनीतिक लाभ एवं सरकारी योजनाओं कल आप समाज को मिल सके इसके लिए चार गढ़ समाज पदाधिकारीयों के समक्ष देवभोग विकासखंड समाजिक पदाधिकारीयो का गठन किया गया । जिसमें श्यामसुन्दर सेन को अध्यक्ष, गगनेश्वर सेन उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष गुनधर, सचिव मेघनाथ, सहसचिव सुरेन्द्र सेन को चुना गया है ।
मुन्ना सेन ने कहा की समाज को मजबूत करने लिए संगठित होना है ताकि सरकारी योजनाओं लाभ मिल सके । आने वाले समय में मासिक बैठक कर समाज को एक अच्छा दिशा और दशा देने के लिए शिक्षा को ज़ोर देकर युवाओं को जोड़ने के लिए काम किया जायेगा ।