बिलासपुर में अवैध शराब की कार्यवाही में संदिग्ध भूमिका, कोटा थाना के दो आरक्षक निलंबित एवं एक अन्य प्रकरण में सूचना लीक करने पर महिला आरक्षक के वेतन में की गई कमी

बिलासपुर में अवैध शराब की कार्यवाही में संदिग्ध भूमिका, कोटा थाना के दो आरक्षक निलंबित एवं एक अन्य प्रकरण में सूचना लीक करने पर महिला आरक्षक के वेतन में की गई कमी

बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) 29 मई। शराब की कार्यवाही में संदिग्ध भूमिका पर कोटा थाना के दो आरक्षक निलंबित एवं एक अन्य प्रकरण में कार्यवाही की सूचना लीक करने पर जांचोपरांत महिला आरक्षक के वेतन में कमी की गई ।

पुलिस अधीक्षक द्वारा नशे के खिलाफ कार्यवाही में गड़बड़ी और कर्तव्य में लापरवाही पर की जा रही कड़ी कार्यवाही ।

पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा नशे के खिलाफ कार्यवाही और जागरूकता अभियान निजात चलाया जा रहा है। नशे विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि नशे के व्यापारियों पर कार्रवाई में कोई कोताही न बरती जाए। एक सप्ताह पूर्व कोटा क्षेत्र में एक डिस्टलरी से निकले 26 पेटी अवैध शराब जप्त की गई थी। जिसमें एफआईआर दर्ज किया गया और तीन आरोपियों को जेल भेजा गया।

जिसमें डिस्टलरी के कर्मचारियों की भी मिलीभगत सामने आई है, जिनकी तलाश की जा रही है। उक्त कार्यवाही दौरान कोटा थाने के आरक्षक आशीष वस्त्रकार एवं मिथिलेश सोनवानी की संदिग्ध भूमिका पाई गई, जिसकी सूचना पर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने उन्हें मौखिक आदेश पर रक्षित केंद्र भेज दिया था। प्रारंभिक जांच उपरांत आज दोनो आरक्षकों को पुलिस अधीक्षक द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
अन्य एक प्रकरण में पिछले वर्ष पचपेड़ी थाना में शराब की रेड कार्रवाई में एक महिला आरक्षक पर सूचना लीक करने का आरोप लगने पर विभागीय जांच करवाई गई थी।

जांच सिद्ध पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने संचयी प्रभाव से वेतन में कमी कर दी है और उक्त महिला आरक्षक चंदा यादव को पुलिस लाइन में पदस्थ करने का आदेश दिया है। नशे के सौदागरों को संरक्षण और कर्तव्य में लापरवाही पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा त्वरित और कठोरतम कार्रवाई की जा रही है

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