रिपोर्ट नवीन संचेती छत्तीसगढ़
दुर्ग (अमर छत्तीसगढ़)
सामायिक स्वाध्याय के प्रबल प्रेरक कठोर साधक परम पूज्य श्री शीतल राज जी महाराज साहब का हर्ष और उल्लास के वातावरण में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ ।
आज बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं प्रवेश यात्रा में शामिल हुए वर्धमान नगर खंडेलवाल कॉलोनी से चतुर्मासिक प्रवेश यात्रा प्रारंभ हुई और जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तलाब गंजपारा दुर्ग पहुंची हर्ष हर्ष जय जय , भगवान महावीर की जय के जयकारों की ध्वनि से पूरा वातावरण आध्यात्मिक में बन गया।
जैसे ही खंडेलवाल कॉलोनी से चतुर्मासिक प्रवेश यात्रा में श्रावक-सामायिक वेशभुषा में अपने गुरुदेव श्री शीतल राज जी महाराज साहब के साथ साथ चल रहे थे । देश तथा छत्तीसगढ़ विभिन्न क्षेत्रों से गुरुदेव के प्रति आस्था रखने वाले गुरु भक्त परिवार बड़ी संख्या में आज दुर्ग पधारे थे।
ज्ञात हो कि पूर्व में श्री शीतल राज महाराज का चातुर्मास वर्धमान स्थानकवासी जैन भवन गवली पारा में होना तय हुआ था कुछ दिनों की पूर्व गैरों की समस्या आने के कारण स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से जय आनंद मधुकर रतन भवन बांदा तालाब दुर्गम में इस वर्ष गुरुदेव श्री शीतल राज जी महाराज का चातुर्मास होने जा रहा है इस वर्ष यह चातुर्मास 4 महीने की बजाए 5 माह का होगा गुरुदेव श्री शीतल राज महाराज ने इन 5 माह में अधिक से अधिक सामायिक स्वाध्याय और धर्म से जोड़ने का आह्वान किया है
शीतल छांया वर्षावास समिति के बैनर तले इस वर्ष यह आध्यात्मिक चातुर्मास होने जा रहा है । आयोजन समिति के संयोजक एवंता छाजेड़, नरेंद्र चोपड़ा, किशोर बाघमार, अध्यक्ष निर्मल बाफना, भीखम चंद दुग्गड, सुरेश लूनिया, कांतिलाल बोथरा, मदनलाल कोचर, दिलीप देशलहरा, पदम पारख, महावीर संचेती, संपत मोदी, पदम बरडिया, रजनीश पारख, लक्ष्मीचंद लुणावत, सुनील बेगानी, जितेंद्र सांखला, नरेश भंडारी, मांगीलाल सोनी, नीरज लुणावत, पदम छाजेड़, प्रवेश पारख, टीकम छाजेड़, संदीप बोथरा, रौनक लुक्कड़, दीप्ति लुक्कड़ इस चतुर मास में अपनी सेवाएं देंगे ।और सभी प्रमुख पदाधिकारी ने इन 5 माह में गुरुदेव का सानिध्य का लाभ लेने और अधिक से अधिक धर्म ध्यान सीखने का आह्वान किया है।