राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ) 6 जून।
जल की कमी और बढ़ती हुई मांग को देखते हुऐ जल रक्षा और प्रबंधन आज की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री सुरुचि सिंह और केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के प्रादेशिक निर्देशक डा प्रबीर कुमार नायक रायपुर द्वारा जनपद पंचायत राजनांदगांव और नवीन जिला खैरागढ़ छुईखड़ान गंडई के खैरागढ़ जनपद के पंचायतों का निरीक्षण किया गया।
जिले के उक्त जनपदों के घटते जल स्तर के उपाय करने के लिए नवीन कृत्रिम वॉटर रिचार्ज स्ट्रक्चरों का निर्माण कार्य किया गया है। वर्षण के जल को ग्राम पंचायतों के स्तर पर रोककर भू जल में वृद्धि करने के उद्देश्य से मनरेगा, एसबीएम, एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट और जल संसाधन विभाग द्वारा जीआईएस के उपयोग करके नए स्थल का चयन करके नवीन कार्य प्रारंभ किए जा रहे है
नवीन चयनित स्थलों के निरीक्षण के लिए केंद्रीय भूमि जल बोर्ड रायपुर के टीम द्वारा निरीक्षण किया गया है। निर्देशक केंद्रीय भूमि जल बोर्ड डा. नायर द्वारा तकनीकी बिंदुओं में निर्देशित करते हुए जिले के नई पहल मिशन जल रक्षा के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की सराहना किया है।
जिला पंचायत राजनांदगांव और केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के संयुक्त पहल से जिला पंचायत के सभा कक्ष में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य तत्व
१. आर्टिफिशियल रिचार्ज स्ट्रक्चर: हमारे विशेषज्ञों की टीम ने आधुनिक और प्रभावी आर्टिफिशियल रिचार्ज स्ट्रक्चर डिज़ाइन किए हैं, जो विभिन्न भूगर्भीय परिस्थितियों के अनुकूल हैं।
२. जल संरक्षण तकनीक: परंपरागत और आधुनिक जल संरक्षण तकनीकों (जीआईएस) का मिश्रण, जिसमें बारिश का पानी संचयन, मिनी पर्कोलेशन टैंक, स्टैगर ट्रेंच, चेक डैम्स, और नदियों के पुनर्जीवन के उपाय शामिल हैं।
३. सामुदायिक भागीदारी: स्थानीय समुदायों और किसानों के साथ मिलकर कार्य करना, उन्हें प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान करना।
उक्त कार्यशाला में केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के प्रादेशिक डायरेक्टर डा प्रबीर नायक रायपुर द्वारा कहा “जीआईएस के माध्यम से लिनियामेंट फ्रैक्चर लाइन में नवीन स्थल चयन करके अधिक से अधिक भू पुनर्भरण क्षेत्रों में सहायक सिद्ध होगा।” स्थानीय समुदायों और सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर इन स्ट्रक्चर्स का निर्माण और रखरखाव सुनिश्चित किया जाए। हम सभी नागरिकों, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों से अपील करते हैं कि वे जल संरक्षण और आर्टिफिशियल रिचार्ज स्ट्रक्चर के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। जल हमारी अमूल्य संपत्ति है, और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है। आइए, मिलकर जल संरक्षण के इस महाअभियान को सफल बनाएं और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध जल संसाधन छोड़ें।
हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस महत्वपूर्ण पहल में अपना समर्थन दें और जल संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
इस कार्यशाला में जिला पंचायत सीईओ, डायरेक्टर व साइंटिस्ट और साइंटिस्ट एन राव , केंद्रीय भूमि जल बोर्ड ,एपीओ मनरेगा, जनपद सीईओ व एपीओ खैरागढ़, एसडीओ खैरागढ़, सीएफपी टीम और तकनीकी सहायक उपस्थित रहे है ।