बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) पुलिस द्वारा आरोपी जी एन गोल्ड कंपनी का आरोपी शैलेन्द्र बन गोस्वामी धमतरी, मंजुला गोस्वामी कुरूद गिरफ्तार किया गया।
आरोपी के कब्जे से 18 तोला सोना लगभग 06 लाख रू. व 01 लाख 09 हजार रूपये नगद आरोपियों से बरामद,
जिले में आरोपी, कंपनी द्वारा की गई लगभग 5 करोड़ की ठगी
आरोपी के विरूद्ध जिले में 06 आपराध दर्ज किया गया है, कुपनी के विरूद्ध कुल 07 अपराध है दर्ज ।
आरोपी कंपनी के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में लगभग 17 अपराध में करोड़ो की ठगी की गई है।
चिट फंड के मामले में बिलासपुर पुलिस की कार्यवाही लगातार जारी है।
छग शासन की मंशा अनुरूप चिटफंड के प्रकरणो पर फरार आरोपीयो की गिरफ़्तारी करने एवं निवेशको की धन वापसी की कार्यवाही हेतु जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर बिलासपुर के द्वारा लगातार निर्देश दिये जा रहे है ।
इसी के अंतर्गत चिंटफंड के नोडल अधिकारी रोहित कुमार झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बिलासपुर के द्वारा विभिन्न कम्पनियों के विरूद्ध दर्ज चिटफंड के प्रकरणो में टीम गठित कर गिरफ्तारी की प्रयास किये जा रहे है। पुलिस द्वारा जी.एन.गोल्ड के फरार आरोपीयो की पतासाजी हेतु संयुक्त टीम गठित थाना बिल्हा, कोटा व सायबर से टीम गठन किया गया था। आरोपी अपना नाम शैलेन्द्र चन्दर गोस्वामी बदल कर छुपा हुआ था, उनके आप पास पता करने पर उनके बेटी सिंगर है जिनकी ट्वीटर इन्स्टाग्राम, फेसबुक मे पता करने बड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया गया ।
जीएन गोल्ड कम्पनी के विरूद्ध बिलासपुर जिले में थाना कोटा तोरवा बिल्हा रतनपुर तखतपुर सरकंडा मस्तूरी बिल्हा में 07 प्रकरण एवं राज्य के अन्य जिले जिनमे धमतरी कोरबा सूरजपुर रायपुर दुर्ग बेमेतरा शामिल हैं में कुल 10 (कुल 17 ) अपराध दर्ज है। जिले में दर्ज अपराध में ग्राहकों से ठगी गई रकम लगभग 5 करोड़ रुपये है।
आरोपी शैलेन्द्र बन गोस्वामी के विरूद्ध जिले में 6 अपराध थाना बिल्हा, रतनपुर, तोरवा, मस्तुरी, कोटा व तखतपुर में अपराध दर्ज किया गया था, आरोपियों एवं कंपनी के द्वारा रकम दोगुनी करने का लालच देकर अन्य लोगो से करोडो रूपये जमा कराये, एवं बदले में बांड भी दिया लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो आफीस से ताला लगाकर सभी एजेंट व डायरेक्टर फरार हो गये, प्रकरण में आरोपी डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को गिरफतार कर प्रकरण मान न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था, तथा शासन के मुख्य एजेंडा को ध्यान में रखते हुए जीएनगोल्ड कंपनी के आरोपी को दिसम्बर माह में ही पहले हरियाणा से नरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लाया गया । दुसरी बार महाराष्ट्र गोंदिया से आरोपी खेमेन्द्र बोपचे को गिरफ्तार किया गया। तीसरी बार शैलेन्द्र बन गोश्वाजी एवं मुंजूला गोश्वामी को गिरफ्तार किया।
उक्त आरोपी की गिरफ्तारी कराने में सायबर सेल -उप निरी.मनोज नायक, उप निरी सागर पाटक, थाना बिल्हा उप निरी. पारस पटेल, थाना कोटा- उनि. दिनेश चन्द्रा, उप. निरी. श्याम गढ़ेवाल, सउनि. बंजारे, महिला योगिता कैवर्त, शैलेन्द्र दिन्कर, सायबर सेल दीपक का भुमिका रहा।