मुनिश्री शीतल राज का अंतिम प्रवचन, कल से एक माह रहेंगे मौन….  शीतल राज के सानिध्य में 29 सितंबर को गुढ़ियारी मारुति मंगलम में सामायिक स्वाध्याय सम्मेलन

मुनिश्री शीतल राज का अंतिम प्रवचन, कल से एक माह रहेंगे मौन…. शीतल राज के सानिध्य में 29 सितंबर को गुढ़ियारी मारुति मंगलम में सामायिक स्वाध्याय सम्मेलन

रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 22 सितंबर। मूनिश्री शीतल राज मसा आज अपने अंतिम प्रवचन में मानस भवन में इंद्रियों तत्वों पर बोलते हुए कहा समता भाव की साधना नहीं करेंगे, कर्म बंधन होगा। जब तक ज्ञान ना हो समता भाव नहीं आवेगी, राग द्वेष चलता रहेगा। इंद्रियों पर बोलते हुए कहा शब्द रूप गंध, स्वाद एवं स्पर्श ज्ञान कराने वाली अंग ही इंद्रिया है। संसारी जीवों के ज्ञान प्राप्ति का साधन इंद्रिया है ।

तत्वों पर बोलते हुए कहा आश्रव तत्व के 20, संवर के 20, निर्जरा के 12, बंधन के चार एवं मोक्ष के चार भेद हैं। आश्रव पर कहा जिनके द्वारा कर्म पुद्गल आत्मा के साथ चिपकने को आते हैं यही आश्रव है । सम्यक दृष्टि को हम आस्तिक कहे तो मिथ्यात्वी नास्तिक है। अविरति यह दोष आत्मा में स्वच्छंदता दोष के कारण होता है। व्रत प्रत्याखान नहीं लेना अविरति कहा गया है । कषाय आत्म गुणों को मलिन कर देता है । जिससे आत्मा कलुषित रहती है। वही मन वचन काया की प्रवृति अर्थात हलचल ही योग है ।

संवर तत्व पर कहा कर्मों की आवागमन को रोकना ही संवर है । ज्ञान रूपी जल एवं पाप संयम रूपी साबुन से धोकर आत्मा को देशत: निर्मल बनाना निर्जरा है। मन की एकाग्रता ही ध्यान है मोक्ष तत्व की प्राप्ति भी सम्यक ज्ञान, सम्यक दर्शन, सम्यक चारित्र, एवं सम्यक तप है । मुनि श्री ने कहा उनका प्रवचन अब कल से 24 अक्टूबर तक स्थगित रहेगा। कल से वह मौन धारण करेंगे । 24 अक्टूबर से प्रारंभ नियमित प्रवचन रोज सुबह 8:00 से 9:30 तक चलेगा।

इस बीच प्रारंभ में भगवान महावीर के निर्वाण दिवस पर प्रवचन चलेगा। उत्तराध्यान की वाचना रोज सुबह पहले प्रहर में होती है । सुनने की भावना सुबह 8:00 बजे से रखें । उल्लेखनीय की भगवान महावीर ने अपने प्रवचनों में अहिंसा, सत्य अस्तेय ब्रह्मचर्य एवं अपरिग्रह पर अधिक जोर दिया। त्याग एवं संयम प्रेम और करुणा शील और सदाचारी ही उनके प्रवचनों का सार है रहा है।

भगवान महावीर के निर्माण दिवस पर घर-घर दीपक जलाकर दीपावली मनाई जाती है । आज सुश्राविका संध्या जैन एवं एवन नाहटा ने 22 का पचखान लिया। सुश्रावक प्रेमचंद कोठारी ने आज तपस्वियों के पचखान की अंतिम प्रस्तुति देते हुए सभी से क्षमा याचना की। 29 सितंबर को गुढ़ियारी मारुति मंगलम में आयोजित सामायिक स्वाध्याय सम्मेलन मुनि श्री शीतल राज के सानिध्य में संपन्न होगा। जिसका उद्घाटन राजस्थान टोंक के पूर्व विधायक अजीत सिंह मेहता करेंगे । अध्यक्षता इंदौर के उद्योगपति राहुल मुथा करेंगे । आज शीतल मुनि का मंगल पाठ मांगलिक शैलेंद्र नगर में बैद परिवार के यहां संपन्न हुआ ।

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