रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 24 सितंबर। छत्तीसगढ़ में 12वीं के बाद अब कक्षा 10वीं में 59 शिक्षकों को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। आंसर शीट चेक करने में लापरवाही बरतने की वजह से इन शिक्षकों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है, इसका असर इन शिक्षकों की सालाना वेतन वृद्धि पर भी पड़ेगा। हिन्दी के 5 शिक्षकों ने जो कॉपियां जांची हैं उन उत्तरपुस्तिकाओं में तो 50 से ज्यादा नंबरों की बढ़ोत्तरी हुई है। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों को 3 से 5 साल के लिए माशिमं के समस्त पारिश्रमिक कार्यों के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
11 शिक्षक 5 साल के लिए हुए ब्लैक लिस्टेड
पुनर्गणना और पुनर्मूल्यांकन के लिए जिन छात्रों ने आवेदन किया था, जब पुनर्मूल्यांकन कराया गया तो हिन्दी विषय के 5 शिक्षकों की कॉपियों में 50 से ज्यादा अंकों की बढ़ोत्तरी हुई। वहीं 6 शिक्षकों द्वारा जांची गई उत्तरपुस्तिकाओं में 49 अंक तक की वृद्धि हुई है। वहीं पुनर्मूल्यांकन कराने के बाद 20 से 40 अंक की बढ़ोत्तरी होने पर 48 शिक्षकों को 3 साल के लिए माशिमं के सभी तरह के पारिश्रमिक कामों से उन्हें वंचित करने के साथ साथ एक वार्षिक वेतनवृद्धि रोकने की अनुशंसा की गई है। मूल्यांकन में लापरवाही बरतने पर 11 शिक्षकों को 5 साल के लिए मंडल के समस्त पारिश्रमिक कार्यों से ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।