चॉकलेट बांटने वाले डॉक्टर अब  तक कई बच्चों के जिंदगी कर चुके हैं रोशन…. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गैंदाटोला के नेत्र सहायक अधिकारी मुकेश साहू की प्रसिद्धि दूर-दूर तक

चॉकलेट बांटने वाले डॉक्टर अब  तक कई बच्चों के जिंदगी कर चुके हैं रोशन…. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गैंदाटोला के नेत्र सहायक अधिकारी मुकेश साहू की प्रसिद्धि दूर-दूर तक

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 24 सितंबर। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गैंदाटोला के नेत्र सहायक अधिकारी मुकेश कुमार साहू अपनी उत्कृष्ट सेवा गतिविधियों की वजह से दूर-दूर तक प्रसिद्धि पा चुके हैं। श्री साहू को क्षेत्र के गांव में चॉकलेट बांटने वाले डॉक्टर के रूप में भी जाना जाता है। मुकेश साहू अपनी सेवा काल के शुरुआती वर्षों से ही शासकीय योजना जैसे राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण प्रोग्राम, शालेय नेत्र स्वास्थ्य परीक्षण योजना के तहत क्षेत्र के बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों की जिंदगी में रोशनी ला चुके हैं।

उन्होंने अंधत्व के शिकार बच्चों का इलाज एवं ऑपरेशन करा कर उन्हें उनकी जिंदगी में नई खुशियां भर दी है। इसके लिए इन बच्चों के माता-पिता सहित और भी बड़े बुजुर्ग उन्हें दिल से दुआएं देते हैं।

जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चो के नेत्र जाँच और चश्मा जाँच प्रति वर्ष शिक्षा विभाग में मिडिल स्कुल 6वीं, 7वीं व 8वीं के छात्र-छात्राओं का किया जाता हैं। जिसे शालेय नेत्र स्वास्थ्य परीक्षण कहा जाता हैं। यह कार्यक्रम पुरे राज्य में चलाया जाता हैं। इस कार्यक्रम को पूरा करने कि जिम्मेदारी प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के नेत्र सहायक अधिकारी की होती हैं।

शालेय नेत्र स्वास्थ्य परीक्षण शास. पूर्व माध्य. शाला गैंदाटोला में एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे देखकर और सुनकर सब आँचभित हो गए। किसी को भी एक बार भरोसा करने के लिए सोचना पढ़ रहा था। मामला हैं नन्ही परी, छोटी सी बच्ची वेदिका सेन 6 वीं कक्षा की। आँख जांच के दौरान बाएँ आँख से बच्ची को पढ़ने, देखने में असुविधा हो रही थी।

ज़ब जाँच को आगे बढ़ाया गया तो 1 मीटर से ऊँगली को गिनने में भी असमर्थ थी। पूरी जाँच होने के बाद पता चला की वेदिका को जन्मजात मोतियाबिंद हैं। छात्रा और उनके परिवार को इसका पता ही नहीं था। पता चलते ही छात्रा और पुरे परिवार सदमे में आ गए। क्योंकि उन्हें कभी मालूम ही नहीं चला। जबकि दूसरे आँख का विजन एकदम सही हैं।

शाला के प्रभारी प्रधान पाठक नीलकंठ साहरे सर, शिक्षक तोमन लाल साहू, भुनेश्वर साहू, श्रीमति दुर्गा सोनी मैडम के सहयोग से छात्रा के अभिभावक से बात कर समझाइस दी गयी। और उन्हें 19 सितंबर 2024 को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल पेण्ड्री राजनांदगाव एडमिट किया गया। जहाँ सभी जाँच करने के उपरांत 21 सितंबर 2024 को मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया। सुचना मिलने तक छोटी बच्ची – वेदिका पूरी तरह ठीक हैं। ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। माता पिता और परिवार के लोग मुकेश कुमार साहू नेत्र सहायक अधिकारी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। क्षेत्र में हर तरफ इनके काम के चर्चे हैं। लोग अपने बीच में ऐसे आँख का डॉक्टर पाकर बहुत खुश हैं।स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग मिलकर वानंचल गैंदाटोला क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं।

बाईट –

मैं अपना काम कर रहा हूँ। सरकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचना ही मेरा काम है। मैं चाहता हूँ की क्षेत्र के लोगों को सही समय पर,सही और उचित उपचार मिल सके।

मुकेश कुमार साहू  नेत्र सहायक अधिकारी  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र – गैंदाटोला

वर्सन – 

मुकेश साहू ने मेरी पुत्री वेदिका सेन का कुछ दिन पहले टेस्ट किया था। जिसमें पता चला कि वह मोतियाबिंद के शिकार है। उसी के माध्यम से मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव में बच्ची को 5 दिन तक भर्ती कराया गया था। जहां ऑपरेशन होने पर आंखों की रोशनी वापस आ गई और आज छुट्टी होकर हम अपने निवास स्थान गैंदाटोला पहुंच गए हैं। और यह सब हो पाया है। मुकेश कुमार साहू के वजह से मेरी बच्ची की आंखों की रोशनी लाने में उनका सराहनीय योगदान है। अरुण सेन पालक

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