दुर्ग(अमर छत्तीसगढ) 13 अक्टूबर। दादा गुरुदेव श्री जिनदत्तसूरि, मणिधारी दादा गुरुदेव श्री जिनचंद्रसूरि, दादा श्री जिनकुशलसुरि, दादा श्री जिनचंद्रसूरि जी महाराज का विधि विधान से पूजा हर्ष और उल्लास के वातावरण में महेश कॉलोनी स्थित सभागृह में साध्वी दर्शन प्रभा जी ज्ञान प्रभा जी एवं चरित्र प्रभा जी के सानिध्य में संपन्न हुई आज का यह आयोजन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया कमेटी ने ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी कर आदिनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर ट्रस्ट के इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए सर्टिफिकेट जारी किया तथा एक ऑडियो मैसेज के द्वारा इस आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की
श्री आदिनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर ट्रस्ट एवं रत्नत्रयी चातुर्मास समिति दुर्ग के बैनर तले यह आध्यात्मिक भव्य आयोजन पूरे गरिमा में वातावरण में संपन्न हुआ
इस आयोजन में भाग लेने देश के विभिन्न शहरों से गुरु भक्त परिवार दुर्ग पहुंचे थे ।
इंदौर से आए विधि कारक अरविंद भाई ने विधि विधान से दादा गुरुदेव महापूजन का पूजा अर्चना संपन्न कराई । देश के ख्याति नाम भजन गायक लवेश हिमांशु बुरड़ की शानदार जोड़ी ने भक्ति गीतों का शानदार समा बांधा उनकी भक्ति गीतों में मंत्र मुक्त होकर भक्ति गीतों का आनंद लेते हुए झूम झूम कर भक्ति गीतों का आनंद लेते रहे ।
सुबह 12:00 से प्रारंभ हुई या आयोजन लगभग 5:30 घंटे तक चला रहा जिसमें 504 जोड़ों ने दादा गुरुदेव के इस पूजन में हिस्सा लिया यह जोड़ी पति-पत्नी के रूप में भाई-बहन के रूप में बहन-बहन के रूप में भाई भाई के रुप में इस आयोजन में हिस्सा बने
एक साथ 500 से अधिक जोड़े महिला वर्ग घाघरा ओढ़ना में तो पुरुष वर्ग पूजा का पारंपरिक परिधान धोती चोल दुपट्टा में इस आयोजन के आकर्षण का केंद्र थे सभी 500 से अधिक जोड़ों के पास दादा गुरुदेव की प्रतिमा तथा यज्ञ अनुष्ठान के लिए सामग्री साथ में वितरित की गई थी ऐसा जब अनुष्ठान का ऐसाआध्यात्मिक वातावरण जैन समाज में पहली बार देखने को मिला कि इतने सारे लोग एक साथ एक परिधान में जैन धर्म गुरु की पूजा अर्चना करते नजर आए ।
महेश कॉलोनी स्थित सभा गृह में इस आयोजन के हजारों लोग साक्षी बने साथ ही जप अनुष्ठान के साथ-साथ दादा आदिनाथ एवं गौतम स्वामी की अभिमंत्रित प्रतिमा का बोली लगाकर गुरु भक्त परिवार उसे प्रतिमा को अपने घर में स्थापित करेंगे इस बोली का लाभ रमेश अंकुश वर्धमान टाटिया तथा गौतम स्वामी की प्रतिमा को घर ले जाने का ज्ञानचंद पदम कुमार कोठारी को यह लाभ मिला ।
इसी तरह चांदी के अभिमंत्रित कलश का लाभ भी गुरु भक्त परिवार से दिलीप बोहरा परिवार ने लिया ने लिया ।
इस आयोजन को सफल बनाने हेतु चातुर्मास समिति के पदम बरडिया, अमृत लोढ़ा, संजय लोढ़ा, कांतिलाल बोथरा, धर्मचंद लूनिया, ज्ञानचंद कोठारी, विनोद गोलछा, मनीष बोथरा, सुरेश कोठारी, रितेश बुरड़, टीकम चौरडिया, गिरीश गोलछा, अशोक दुग्गड, दिलीप गोगड़, हुकम श्रीश्रीमाल, राजेश मालू, संतोष दुग्गड, किशोर कोचर, संदीप निमानी, महावीर लोढ़ा, प्रवीण बोथरा के अलावा मूर्ति पूजक संघ दुर्ग जिन कुशल दादाबाड़ी ट्रस्ट मालवीय नगर ऋषभदेव जैन सितंबर मंदिर एवं दादाबाड़ी ट्रस्ट ऋषभ नगर के सभी सदस्य इस आयोजन में प्रमुख सहयोग प्रदाता थे ।
(नवीन संचेती)