धान की खेती पर प्रतिबंध किसानों के अधिकारों का हनन- विष्णु लोधी

धान की खेती पर प्रतिबंध किसानों के अधिकारों का हनन- विष्णु लोधी

डोंगरगढ़ (अमर छत्तीसगढ) 6 नवंबर। – छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए सरकार का रवैया निंदनीय है। छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है, जिसे “धान का कटोरा” कहा जाता है। यहां की जलवायु, भूमि और वातावरण धान की खेती के लिए उपयुक्त हैं, जिसके कारण राज्य में धान का व्यापक उत्पादन होता है। ऐसे में सरकार द्वारा इस वर्ष रबी सीजन में धान की खेती पर प्रतिबंध लगाना और किसानों पर जुर्माना लगाने की बात करना सीधे-सीधे किसानों के हितों पर प्रहार है।

विष्णु लोधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान अपनी मेहनत और परिश्रम से फसलों को सींचते हैं, और उन्हें अपनी जमीन पर क्या उपजाना है, यह निर्णय लेने का पूरा हक है। किसानों के पास खेती के अलावा जीविकोपार्जन का कोई अन्य साधन नहीं है, और खेती ही उनकी आजीविका का एकमात्र स्रोत है। यदि किसान अपनी ही भूमि पर धान की फसल नहीं उगा सकते, तो वे क्या उगाएँगे, कहाँ जाएँगे, और कैसे अपने परिवार का पेट भरेंगे? यह एक गंभीर प्रश्न है।

विष्णु लोधी ने कहा हम किसानों के लिए राज्य सरकार से मांग करते हैं कि किसानों के हितों को प्राथमिकता देते हुए इस फैसले पर पुनर्विचार करे और उन्हें उनकी जमीन पर धान की खेती करने का अधिकार दे और सरकार को अन्य जल संरक्षण योजनाओं पर काम करना चाहिए, ताकि किसानों की फसलें सुरक्षित रहें और भूजल स्तर भी स्थिर बना रहे।

विष्णु लोधी ने यह भी कहा कि हम किसान भाइयों के साथ हैं और उनकी हरसंभव सहायता करने का वचन देते हैं। सरकार की इस जनविरोधी नीति का हम कड़ा विरोध करते हैं और जरूरत पड़ने पर सड़कों पर उतर कर विरोध करने के लिए तैयार हैं। यदि सरकार वास्तव में किसान हितैषी है, तो उसे किसानों को धान उत्पादन से वंचित नहीं करना चाहिए और इस जनविरोधी आदेश को तत्काल निरस्त करना चाहिए।

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