डोंगरगढ़ (अमर छत्तीसगढ) 3 दिसम्बर। घोर तपस्वी महात्मा, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, वचन सिध्दि धारक, मौन साधक, महास्थिवर, कठोर तप साधक, सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता, आराध्य गुरूदेव प,पु, श्री शीतलराज जी म,सा, के पावन चरणों में वंदन है नमन है।आपके आहार विहार की सुख साता पुछते है।
प,पु,गुरूदेव आज प्रातः 6ः30 बजे सोनाटोला से विहार कर सालेकसा मे सुखसाता पूर्वक विराजित है। रात्रि विश्राम यहाँ रहेगा।आगे कल आमगाँव की ओर विहार है। विहार में जयपुर, इन्दौर, बालाघाट, सालेकसा से श्री कान्तिलाल बागरेचा,,श्री प्रकाश कोठारी श्री कमलेशजी वैध, राजकुमार जैन विनोदकुमार जैन भक्त गणअपनी सेवाऐं दे रहे है।
पैदल चलो विहार में ,आये अति आनंद।लाभ मिले भवजल कटे, आत्मा बने बुलंद।आपका 2025 का चार्तुमास बैतूल संभावित है। आप स्वस्थ रहे,सजग रहे,दीर्घायू हो ऐसी मंगलकामना वीर प्रभु से करते हे।