छेर-छेरा त्यौहार अन्न-दान का महापर्व है – किशन बघेल

छेर-छेरा त्यौहार अन्न-दान का महापर्व है – किशन बघेल

जांजगीर चाम्पा – ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नवागढ़ के युवा संयुक्त सचिव किशन बघेल ने समस्त क्षेत्रवासियों को छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय परंपरिक त्यौहार छेरा-छेरा का बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्यौहार अन्न दान का महापर्व छेरछेरा आज बड़ा ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। छत्तीसगढ़ में यह पर्व नई फसल के खलिहान से घर आ जाने के बाद मनाया जाता है। इस दौरान लोग घर-घर जाकर लोग अन्न का दान माँगते हैं। वहीं गाँव के युवक घर-घर जाकर डंडा नृत्य करते हैं।

लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने की पूर्णिमा को प्रतिवर्ष छेरछेरा का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सुबह से ही बच्चे, युवक व युवतियाँ हाथ में टोकरी, बोरी आदि लेकर घर-घर छेरछेरा माँगते हैं। वहीं युवकों की टोलियाँ डंडा नृत्य कर घर-घर पहुँचती हैं। धान मिंसाई हो जाने के चलते गाँव में घर-घर धान का भंडार होता है, जिसके चलते लोग छेर छेरा माँगने वालों को दान करते हैं।

इन्हें हर घर से धान, चावल व नकद राशि मिलती है। इस त्योहार के दस दिन पहले ही डंडा नृत्य करने वाले लोग आसपास के गाँवों में नृत्य करने जाते हैं। वहाँ उन्हें बड़ी मात्रा में धान व नगद रुपए मिल जाते हैं। इस त्योहार के दिन कामकाज पूरी तरह बंद रहता है। इस दिन लोग प्रायः गाँव छोड़कर बाहर नहीं जाते।

Chhattisgarh