बीजापुर(अमर छत्तीसगढ़) 28 अप्रैल। नक्सलियों के खिलाफ बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर नक्सल ऑपरेशन चलाये जा रहे हैं। देश के सबसे बड़े अभियान के बीच तेलंगाना के पूर्व सीएम KCR के केंद्र सरकार से शांति वार्ता की वकालत की है। अब सीएम रेवंत रेड्डी ने भी शांति वार्ता की अपील को लेकर अपने वरिष्ठ सहयोगियों से मुलाक़ात की है। वहीं KCR की बेटी के. कविता ने भी शांति वार्ता का राग अलापना शुरू कर दिया है।
माओवादियों के शांति वार्ता को तेलंगाना से समर्थन मिल रहा है। इसी को लेकर अब मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अपने वरिष्ठ सहयोगियों से मुलाक़ात की है। विपक्ष बीआरएस और सत्तासीन कांग्रेस अब माओवादियों से वार्ता के पक्ष में खड़ी हुई है। वहीं पूर्व जस्टिस चंद्रकुमार, प्रोफेसर हरगोपाल सहित अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उन्हें शांति वार्ता के पक्ष में पहल करने की अपील की है।
सरकारी सलाहकार के. केशव राव और वेम नरेंद्र रेड्डी भी बैठक में शामिल हुए। जना रेड्डी के आवास पर आधे घंटे तक बैठक चली। इस दौरान माओवादियों द्वारा युद्ध विराम और शांति वार्ता की अपील के मद्देनजर प्रोफेसर हरगोपाल और अन्य ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। साथ मुद्दे को लेकर चर्चा भी की गई। इसी महीने की 22 अप्रैल को हरगोपाल की अध्यक्षता वाली समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
KCR की बेटी भी समर्थन में आईं सामने
नक्सलवाद को लेकर KCR की बेटी और BRS MLC के. कविता का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- नक्सलवाद एक विचारधारा है। इसे केवल चर्चा से खत्म किया जा सकता है। आतंक को बल द्वारा खत्म करने का प्रयास किया जाएगा तो बढ़ता ही जाएगा। KCR का आह्वान है कि ऑपरेशन कगार को तुरंत रोका जाए। केंद्र-राज्य सरकारें शांति चर्चा के लिए नक्सलियों को बुलाएं। इससे देश की उन्नति होगी।
KCR के बयान पर विधायक अजय चंद्राकर ने किया पलटवार
KCR के नक्सल ऑपरेशन पर बयान से सियासत गरमा गई है। KCR के बयान पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा- KCR के समय तेलंगाना में नक्सलियों की क्या स्थिति थी देश जानता है। KCR अब सत्ता से हट गए तो उन्हें दस बातें याद आ रही है।10 साल तक जिन विषयों में KCR सक्रिय थे सब जानते हैं।