रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 2 मई। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के डभरा क्षेत्र में एक आरक्षक को गिरफ्तार किया गया है। जो वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रहा था, पुलिस की जांच के बाद पता चला कि आरक्षक रजनीश लहरें बिलासपुर पुलिस लाइन में पदस्थ है। इस दौरान उसकी ड्यूटी बिलासपुर के अस्पताल में लगाई गई थी। उसकी ड्यूटी एक बंदी की सुरक्षा में लगाई गई थी।
आपको बता दें की आरक्षक की लापरवाही से बंदी अस्पताल से फरार हो गया, इसके बाद फरार बंदी की तलाश में आरक्षक रजनीश लहरे सक्ती जिले के हसौद क्षेत्र तक जा पहुंचा। मगर यहां फरार आरोपी की तलाश करने के बजाय आरक्षक यहां अवैध वसूली करने लगा। उसने डभरा चंद्रपुर मार्ग में वाहनों को रुकवाना शुरू कर दिया, फिर डभरा टीआई बनकर वाहन चालकों से वसूली करने लगा।
जब गश्त में निकले डभरा टीआई ने देखा की वाहनों की लंबी कतारें जमा हो गई है, तब पता चला की एक बोलेरो वाहन में तीन लोग बैठे हुए थे। जिसमें से आरक्षक रजनीश लहरें खुद को डभरा टीआई बता रहा था, और वाहन चालकों से गाड़ी के कागजात मांग रहा था। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और मौके से आरक्षक रजनीश लहरे और उसके दोस्त विक्की उर्फ छोटू दास को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि, एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया है। आरक्षक और उनके साथी के कब्जे से अवैध वसूली में प्रयुक्त बोलेरो वाहन भी जब्त किया गया है।
बलौदाबाजार निवासी ड्राइवर जीवन साहू ने पुलिस को बताया कि वह रायगढ़ पिकअप वाहन से सब्जी लेकर जा रहा था, तभी पुटीडीह नाला के पास सायरन बजाती पुलिस ने एक बोलेरो को रोका और उनसे कागजात दिखाने को कहा। उन्होंने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और कागजात की जांच करने के बहाने गाड़ी की एंट्री नहीं होने का हवाला देकर धमकाते हुए उनसे एक हजार रुपये ले लिए। जैसे ही इस घटना की जानकारी डभरा पुलिस को मिली उन्होंने वाहन का पीछा किया और मांड नदी के पास आरोपियों को अन्य वाहनों से भी वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।