जल जीवन मिशन में लापरवाही : कहीं टंकी में लीकेज तो कहीं बोरवेल सूखे, 277 से ज्यादा गांवों में पेयजल की सप्लाई नहीं

जल जीवन मिशन में लापरवाही : कहीं टंकी में लीकेज तो कहीं बोरवेल सूखे, 277 से ज्यादा गांवों में पेयजल की सप्लाई नहीं

रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 4 मई। भारत सरकार ने जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों में नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित एवं पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत रायपुर जिले में भी 477 ग्रामों में रहने वाले प्रत्येक घर में नल कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत नल कनेक्शन देने के लिए पाइप लाइन बिछाने से लेकर पानी टंकी निर्माण भी कराए जा रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही एवं कामचोरी के कारण अभी तक लक्ष्य की तुलना में 50 प्रतिशत कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाए हैं।

वहीं जिन ग्रामों में यह कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं, उनमें भी अनेकों ग्रामों में पानी की सप्लाई तक शुरू नहीं हो पाई हैं। इसके कई कारण है। किसी ग्राम में पानी टंकी लीकेज है, तो कहीं टंकी के बोरवेल सूख गए हैं, तो कहीं टंकी और पाइप लाइन बिछाने के कार्य अधूरे पड़े हुए हैं।

इसके अलावा कई पाइप लाइन कनेक्शन से घरों में काफी कम पानी आ रहा है, जिसके कारण भीषण गर्मी के दिनों में इन ग्रामों में पेयजल की समस्या बनी हुई है। इधर पीएचई विभाग के जिला अधिकारी इस मामले में कुछ भी जानकारी देने से बच रहे हैं।

जिले में अभी तक जल जीवन मिशन योजना के तहत केंद्र से 1450.91 लाख रुपए एवं राज्य से 5778.43 लाख रुपए कुल 7229.71 लाख रुपए राशि जारी की गई है। जारी राशि के एवज में अब तक संबंधित निर्माण एजेंसियों को ठेकेदारों 6615.71 लाख रुपए का भुगतान भी किया गया है, जो जारी राशि का 95.66 प्रतिशत है।

यह राशि जारी होने के बाद भी कई कार्य अधूरे हैं। सूत्रों की मानें, तो अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई ठेकेदारों को कार्य पूर्ण हुए बगैर भुगतान कर दिया गया है। यही वजह है कि एडवांस में भुगतान होने के कारण कई ठेकेदारों ने काम अधूरा छोड़कर काम करना बंद कर दिया है।

इस योजना के तहत घर-घर नल कनेक्शन के अधूरे कार्य, बोरवेल सूखने सहित अन्य समस्याओं को लेकर पीएचई विभाग में शिकायत भी की गई है। तिल्दा-नेवरा जनपद पंचायत के सभापति देवव्रत शर्मा ने इस संबंध में 30 अप्रैल को शिकायत भी की थी, लेकिन इन शिकायतों का अभी तक निराकरण नहीं किया गया है। इस शिकायत के साथ उन्होंने इन ग्रामों में पेयजल की समस्या के निराकरण के लिए बोरवेल खनन कर हैंड पंप लगाने की मांग की थी।

जल जीवन मिशन के तहत जिले में 477 ग्रामों में नल कनेक्शन के माध्यम से घर-घर पेयजल की आपूर्ति का कार्य अगस्त 2019 से शुरू हुआ है, जिसे वर्ष 2024 तक पूर्ण किया जाना था। इस तरह जिले में इस योजना के तहत कार्य शुरू हुए करीब 6 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अब तक मात्र 200 ग्रामों में ही घर-घर पेयजल की आपूर्ति शुरू हो पाई है। शेष 277 ग्रामों में अभी तक पेयजल पहुंचाया नहीं गया है।

Chhattisgarh