छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है : मुख्यमंत्री श्री बघेल
‘खेल अधोसंरचनाओं के विकास का काम लगातार जारी’
रायपुर(अमर छत्तीसगढ़), 25 सितम्बर 2022/ राजधानी रायपुर में भारतीय बैडमिंटन संघ द्वारा आयोजित सीएम ट्रॉफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन प्रतियोगिता का आज समापन हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए भारतीय बैडमिंटन संघ को बधाई दी। वहीं टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पहुंचे खिलाड़ियों को अपने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करने पर बधाई दी साथ ही खिलाड़ियों व समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे बैडमिंटन के राष्ट्रीय कोच पुल्लेला गोपीचंद का अभिनंदन किया। इस अवसर पर अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा एवं नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर विशेष रूप से मौजूद थे।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बीते 20 सितम्बर से मुख्यमंत्री ट्रॉफ़ी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन टूर्नामेंट की शुरुआत राजधानी रायपुर के मोवा स्थित आई स्पोर्ट्स बैडमिंटन एरिना में हुई थी। इस दौरान पुरुष एकल, महिला एकल, पुरुष युगल, महिला युगल एवं मिश्रित युगल श्रेणियों में मैच खेले गए। सभी श्रेणियों के फाइनल मैच आज सम्पन्न हुए। इसके साथ ही टूर्नामेंट का समापन भी हुआ। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ में बैडमिंटन के अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजन पहली बार हुआ। इसमें भारत समेत 12 देशों के बैडमिंटन खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि, बैडमिंटन एक ऐसा खेल है जिसमें चुस्ती, फूर्ती और एकाग्रता की जरूरत होती है। इसमें थोड़ा भी चूके तो प्वॉइंट गंवा बैठते हैं। सीएम ट्रॉफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज में भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ 11 अन्य देशों के खिलाड़ियों ने भी शिरकत की है। आप सभी की यहां उपस्थिति छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। आपके खेल से स्थानीय खिलाड़ियों ने भी सीखा है और अनुभव प्राप्त किए हैं।
उन्होंने कहा कि, जिन खिलाड़ियों ने इस स्पर्धा में जीत हासिल की, उन्हें मैं जीत की बधाई देता हूं, लेकिन विजेता बनने से थोड़ा पीछे रह जाने वाले खिलाड़ियों से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि, एक मैच हार जाने से खेल खत्म नहीं हो जाता, आप अपने कौशल को निखारते रहें, भविष्य में आपको भी निश्चित ही सफलता मिलेगी। छत्तीसगढ़ के बैडमिंटन खिलाड़ियों ने भी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उम्दा प्रदर्शन किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ एक नवोदित राज्य है। हमारे यहां की प्रतिभाएं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। यहां खेल अधोसंरचनाओं के विकास का काम लगातार जारी है। इससे छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के लिए भी बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था हो सकेगी। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में खेल-कूद का बढ़िया वातावरण तैयार हो चुका है। इस वक्त राजधानी रायपुर में बैडमिंटन के इंटरनेशनल टूर्नामेंट के साथ ही चेस का भी इंटरनेशनल टूर्नामेंट चल रहा है। आगामी कुछ दिनों में रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का आयोजन होना है। हम राष्ट्रीय खेलों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी लगातार प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसी दिशा में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन का भी निर्णय लिया गया है।
छत्तीसगढ़ में है बढ़िया अंधोसंरचना :
यहां बैडमिंटन टूर्नामेंट के समापन समारोह में पहुंचे बैडमिंटन के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी श्री पुल्लेला गोपीचंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वे पहले भी चार-पांच बार आ चुके हैं। यहां की हरियाली उन्हें खूब भाती है। वहीं छत्तीसगढ़ में बीते कुछ वर्षों में खेलों को लेकर बेहतर काम हो रहा है। यहां बढ़िया अधोसंरचना है, जहां भविष्य में बड़े स्तर का आयोजन हो सकता है। मुख्यमंत्री ट्रॉफ़ी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन टूर्नामेंट को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे टूर्नामेंट खिलाड़ियों को इंटरनेशनल प्वॉइंट प्राप्त करने के लिए बेहतर अवसर होते हैं। इस आयोजन के लिए पहल करने और सहयोग देने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
इस तरह रहे फाइनल मैचों के नतीजे :
मुख्यमंत्री ट्राफी इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन टूर्नामेंट में आज विभिन्न श्रेणियों के फाइनल्स मैच खेले गए। इसमें महिला एकल में तसनीम मीर (भारत) ने सामिया इमाद फारूकी (भारत) को 14-21, 21-17, 21-11 से पराजित कर खिताब पर कब्जा किया। इसी तरह पुरूष एकल में प्रियांशु राजावत (भारत) ने शुभंकर डे (भारत) को 21-13, 21-11 से शिकस्त दी और खिताब जीता। वहीं महिला युगल में चिसातो होशी और मियू ताकाहाशी (जापान) की जोड़ी ने अपेक्षा नायक और वेंकटेश राम्या (भारत) को 12-21, 21-12, 21-7 से हराकर खिताब जीता तो पुरुष युगल में ईशान भटनागर और साई प्रतीक. के. (भारत) की जोड़ी ने कृष्ण प्रसाद गरगा और विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला (भारत) को 17-21, 21-15, 23-21 से मात देकर खिताब अपने नाम किया। जबकि मिश्रित युगल फाइनल में रोहन कपूर और रेड्डी एन. सिक्की (भारत) की जोड़ी ने रत्चापोल मक्कासासिथॉर्न और चासीनी कोरेपापी (थाइलैंड) को 22-20, 23-21 के प्वॉइंट से हराया और खिताब अपने नाम करने में कामयाब रहे।