डोंगरगढ़ (अमर छत्तीसगढ़) 18 फरवरी ।
आचार्य श्री ने अंतिम श्वास छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर ली , छत्तीसगढ़ की धरा धन्य हुई।
विश्ववंदनीय पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी के छत्तीसगढ़ की पावन धरा डोंगरगढ़ में देवलोकगमन पर जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने भावांजलि अर्पित की है । आचार्य श्री विद्यासागर जी का सम्पूर्ण जीवन आदर्श साधुचर्या की पराकाष्ठा है । आचार्य श्री ने जैन दर्शन के साथ ही मानवता की सेवा के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है । जैन संवेदना ट्रस्ट , सकल जैन समाज आचार्य श्री को अश्रुपूरित भावांजलि अर्पित करता है ।