आचार्य जयमलजी म.सा. त्यागी तपस्वी स्वाध्यायी महान, जिनशासन की बढ़ाई शान, मिलकर करें उनका गुणगान…. महासाध्वी कंचनकंवरजी के सानिध्य में मनाया आचार्य जयमलजी मसा का 317 जन्म जयंति महोत्सव…. आचार्य जयमलजी मसा के प्रति श्रद्धाभाव व्यक्त करने के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे श्रावक-श्राविकाए

आचार्य जयमलजी म.सा. त्यागी तपस्वी स्वाध्यायी महान, जिनशासन की बढ़ाई शान, मिलकर करें उनका गुणगान…. महासाध्वी कंचनकंवरजी के सानिध्य में मनाया आचार्य जयमलजी मसा का 317 जन्म जयंति महोत्सव…. आचार्य जयमलजी मसा के प्रति श्रद्धाभाव व्यक्त करने के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे श्रावक-श्राविकाए

भीलवाड़ा(अमर छत्तीसगढ),15 सितम्बर। एक भवावतारी युग प्रधान आचार्य सम्राट श्री जयमलजी म.सा. का 317वां जन्म जंयति महोत्सव के तीन दिवसीय आयोजन का समापन रविवार को बापूनगर श्रीसंघ के तत्वावधान में श्रमण संघ के प्रथम युवाचार्य पूज्य श्री मिश्रीमलजी म.सा.‘मधुकर’ के प्रधान सुशिष्य उप प्रवर्तक पूज्य विनयमुनिजी म.सा.‘भीम’ की आज्ञानुवर्तिनी शासन प्रभाविका पूज्य महासाध्वी कंचनकुंवरजी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में गुणानुवाद सभा के साथ हुआ। न्यू आजादनगर स्थित महाप्रज्ञ भवन में हुए कार्यक्रम में जैन धर्म के 32 आगमों की झलक दिखाने वाली आकर्षक प्रस्तुति दी गई तो नाटिका के माध्यम से आचार्यश्री के प्रेरणादायी जीवन की झलक दिखाई गई।

आचार्यश्री की स्मृति में रक्तदान शिविर का आयोजन भी हुआ। सभा में कंचनकंवरजी म.सा. ने कहा कि आचार्य जयमलजी म.सा. जैसे त्यागी तपस्वी स्वाध्यायी महान संतो ंके जीवन से हम जितनी प्रेरणा ग्रहण कर सके कम होगी। उन्होंने लाखों लोगों के धर्म के मार्ग से जोड़ते हुए जिनशासन की शान बढ़ाई।

प्रखरवक्ता साध्वी डॉ. सुलोचनाश्री म.सा. ने कहा कि पूज्य आचार्य जयमलजी म.सा. का जीवन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके जीवन से हम संयम ओर स्वाध्याय के महत्व को समझ सकते है। मेड़ता सिटी में दीक्षा लेने वाले जयमलजी म.सा. का पूरा जीवन तप त्याग,स्वाध्याय व धर्म प्रभावना को समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि आचार्य जयमलजी म.सा. की जयंति पर तीन दिवसीय आयोजन को सफल बनाने के लिए बापूनगर श्रीसंघ भी साधुवाद का पात्र है।

कांचीपुरम स्थानक से पधारे साध्वी विश्ववंदनाजी म.सा. ने कहा कि हम सौभाग्यशाली महसूस करते है कि आज आचार्य जयमलजी म.सा. जैसे महापुरूषों का गुणानुवाद करने का अवसर मिला है। वह जिनशासन के ऐसे महान रत्न थे जिनके गुणों का शब्दों से गुणगाण करना सहज नहीं है। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हम अपना जीवन सार्थक बना सकते है। सभा में मधुर व्याख्यानी डॉ. सुलक्षणाश्री म.सा. एवं साध्वी परमेष्टि वंदनाजी म.सा. का भी सानिध्य रहा।

सभा में भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी, रमेशजी सियाल मुंबई, प्रकाशजी कटारिया पाली, कांतिलालजी बम्ब नाथद्वारा, अनिलजी बम्ब ब्यावर, हीरालालजी महेड़िया, शीतल भण्डारी, किशनलालजी परमार आदि श्रावक-श्राविकाओं ने भी आचार्य जयमलजी म.सा. के प्रति भावाजंलि अर्पित की। समारोह में महासाध्वी कंचनकंवरजी म.सा. ने जैन कॉन्फ्रेंस महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा गोखरू को सेवारत्न शिरोमणी सम्मान से अलंकृत किया। मुख्य समारोह में ध्वजारोहण नाथद्वारा के कांतिलालजी बंब एवं राजेन्द्र गोखरू ने किया।

समारोह अध्यक्ष जैन कॉन्फ्रेंस महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्षा पुष्पा राजेन्द्रजी गोखरू रही। सम्पूर्ण समारोह एवं गौतम प्रसादी के लाभार्थी राजेन्द्रजी पुष्पाजी गोखरू परिवार रहा। अतिथियों का स्वागत श्रीसंघ के अध्यक्ष कमलेश मुणोत ने किया। आभार श्रीसंघ के संरक्षक लादूलाल बोहरा ने जताया। संचालन वरिष्ठ सुश्रावक राजेन्द्र सुराणा एवं बापूनगर श्रीसंघ के मंत्री अनिल विश्लोत ने किया।

आयोजन को सफल बनाने में श्रीसंघ के प्रकाश नाहर, मनोज बाफना, सुशील सियाल, ज्ञानजी श्रीश्रीमाल, चंदनबाला महिला मण्डल की संरक्षक लीला बाफना, अध्यक्ष आशा चौधरी, मंत्री रेखा नाहर, स्नेहलता चौधरी, श्री पार्श्वनाथ नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष राजेन्द्र सेठिया, मंत्री कुलदीप गुगलिया, श्री बसंत बालिका मण्डल की अध्यक्ष प्रियल बम्ब व मंत्री अजंलि सोनी आदि पदाधिकारियों ने भी सहयोग प्रदान किया।

कार्यक्रम में जोधपुर, उदयपुर,ब्यावर, कांकरोली, नाथद्वारा, पाली, जयपुर, कुचेरा, कुंवारिया, अहदमदाबाद, इरोड, मुंबई आदि स्थानों से आए गुरूभक्त श्रावक-श्राविकाएं भी मौजूद थे। तीन दिवसीय जयंति आयोजन के दूसरे दिन आयोजित आध्यात्मिक क्रिकेट मैच जयमल प्रीमियर लीग (जेपीएल) में श्री प्राज्ञ महिला मण्डल प्रथम, श्री चंदनबाला महिला मण्डल बापूनगर द्वितीय एवं श्री आदिनाथ महिला मण्डल कांचीपुरम तृतीय रहा।

आकर्षक प्रस्तुति के माध्यम से 32 आगम का महत्व समझाया

समारोह में विशेष आकर्षण जैन धर्म के ज्ञान के भण्डार कहे जाने वाले 32 आगमों की झलकियां दिखाने वाली प्रस्तुति रही। इस प्रस्तुति में 32 श्राविकाओं ने एक-एक आगम का नाम लिखा दुपट्टा पहन रखा था। मंच के समक्ष लगी तख्तियों में प्रत्येक आगम का नाम व उसके संदेश का सार लिखा हुआ था। करीब 50 मिनट की प्रस्तुति के दौरान प्रत्येक आगम के संदेश व महत्व के बारे में संयोजन कर रहे पुष्पा गोखरू एवं बेबी बेन डागलिया ने समझाया।

नाटिका के माध्यम से जयमलजी म.सा. के जीवन प्रसंगों की झलक

कार्यक्रम में दौरान पूज्य आचार्य जयमलजी म.सा. के जन्म से लेकर संयम जीवन अंगीकार करने तक की झलक दिखाने वाली नाटिका की भी प्रस्तुति श्री बंसत बालिका मण्डल द्वारा दी गई। इसमें बताया गया कि किस तरह जयमलजी के जन्म के बाद उनके मन में विवाह के बाद वैराग्य की भावना जागृत हो जाती है ओर परिवार की समझाईश के बावजूद भाव नहीं बदलने पर उन्हें दीक्षा प्रदान की जाती है। उनकी पत्नी भी दीक्षा ग्रहण कर लेती है। नाटिका का संयोजन श्राविका रैना कोचिटा ने किया।

युवाओं ने रक्तदान कर दिखाया दूसरों का जीवन बचाने का जज्बा

इस अवसर पर सुबह 9 बजे से श्री पार्श्वनाथ नवयुवक मण्डल की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जाएगा। सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक चले शिविर में 66 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया। रक्तदान करने वालों में कई युवा ऐसे थे जिन्होेने पहली बार रक्त दिया। कुछ युवाओं ने सजोड़ा रक्तदान कर प्रेरणादायी कार्य किया। रक्त संग्रहण का कार्य अरिहन्त हॉस्पिटल की ब्लड बैंक टीम ने किया।

रक्तदाताओं की हौंसला अफजाई करने विधायक अशोक कोठारी भी पहुंचे। रक्तदाताओं का स्वागत मण्डल के संरक्षक मनोज बाफना, अध्यक्ष राजेन्द्र सेठिया व मंत्री कुलदीप गुगलिया ने किया। शिविर को सफल बनाने में संयोजक अमित चौधरी, धर्मेश श्रीश्रीमाल, विजय संचेती व मानवेन्द्र लोढ़ा का अहम सहयोग रहा।

अनिल विश्लोत, मंत्री
श्रीसंघ,महावीर भवन,बापूनगर
मे.9829026844

प्रस्तुतिः निलेश कांठेड़
अरिहन्त मीडिया एंड कम्युनिकेशन,भीलवाड़ा
मो.9829537627

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