राजनंदगांव(अमर छत्तीसगढ) 10 दिसम्बर। जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव ने और भी कांग्रेसी नेताओं के साथ सुरगी सेवा सहकारी समिति के धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण करके अनेक खामियां पाई किसानों ने अव्यवस्था को लेकर शासन प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की कांग्रेस नेताओं ने समस्या दूर करने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर व्यवस्था सुधारने की मांग की।
श्री यादव ने कहा कि 14 नवंबर से पूरे प्रदेश में धान खरीदी शुरू है लेकिन धान खरीदी केन्द्रों में फैली अव्यवस्था तथा सरकार की नीतियों के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। 3 दिसंबर को कांग्रेस ने धान खरीदी केन्द्रो चलो अभियान चलाया, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण, पदाधिकारी धान खरीदी केन्द्रो पर गये, जहां उन्होंने किसानों की परेशानियो को देखा धान खरीदी केन्द्रो पर किसान निम्नांकित परेशानियों से जूझ रहे है।
बारदाने की कमी है, जिससे किसानों को धान बेचने में परेशान होना पड़ रहा। सरकार ने कहा है कि 50 प्रतिशत नये, 50 प्रतिशत पुराने बारदानों का उपयोग किया जाये। 50 प्रतिशत पुराने बारदाने समितियों में पहुंचे ही नहीं है, जिसके कारण धान खरीदी बाधित हो रही है।
पुराने बारदाने फटे हुये है जिसमें धान भरा ही नहीं जा सकता, किसानों से कहा जा रहा 50 प्रतिशत बारदानो की व्यवस्था स्वंय करो उसका भुगतान किया जायेगा, लेकिन किसानो के बारदाने का पैसा भी नहीं मिल रहा।टोकन की व्यवस्था अव्यवहारिक है, जिससे किसानों को परेशान होना पड़ रहा, नंबर ही नहीं आ रहा।
टोकन कटने की तारीख से 7 से 10 दिन बाद धान बेचने के लिये किसानों को बुलाया जा रहा है। 15 दिन बाद तक का भी टोकन नहीं मिल रहा।इलेक्ट्रॉनिक कांटा में जो तौलाई हो रहा है उसमें 1.5 किलोग्राम से 2.5 किलोग्राम अधिक तौला जा रहा है। सोसायटियों में धान का उठाव नहीं होने के कारण जगह की कमी है।
धान के बोरे जाम है। जगह का अभाव हो गया है। अनावरी रिपोर्ट कम बनाई गयी है तथा खरीदी भी 21 क्विटल के हिसाब से नहीं हो रही है। किसानों से पूरा घान नहीं खरीदा जा रहा है। अनावरी रिपोर्ट गलत बनाया जा रहा जिसके आधार पर मात्र 9 से 12-14 क्विंटल धान खरीदा जा रहा। किसानो से पूरा 21 क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा है।
बड़े किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहे उनकी बारी ही नहीं आ सरकार ने यह घोषणा किया है कि कर रहे उनकी बातों के खाते में पैसा आयेगा, लेकिन जो रही है। लोग धान बेच चुके है, उनके खाते के घंटे में किसानक नहीं आया है, जो रकम आ रहा है वह एक मुश्त 3100 नहीं है।
सिर्फ 2300 रकम हपतो टल ही आ रहा है। (जो समर्थन मूल्य है उतना) भाजपा ने 3100 रू. एक मुश्त देने का वादा किया था। हमारी मांग है धान की कीमत का भुगतान 3217 रू. में करें क्योंकि 3100 रू. भाजपा ने अपने चुनावी वायदे में कहा था। इस वर्ष केन्द्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 117 रू. बढ़ा दिया है।
इस कारण इस वर्ष धान की खरीदी 300 रु. से बढ़ाकर 3217 रू. किया जाये। कांग्रेस के समय भी कांग्रेस ने धान का समर्थन मूल्य 2500 देने का वादा किया था, लेकिन समर्थन मूल्य बढ़ने पर कांग्रेस ने 2640 रू. में धान खरीदी किया था। बीज उत्पादक किसानों से सोसायटी में धान नहीं खरीदा जा रहा। सोसायटी में सूचना चस्पा किया गया है कि बीज उत्पादक किसानों का धान नहीं लिया जायेगा।
सोसायटी से धान संग्रहण केंद्रों में भेजा जा रहा है जबकि यह सीधे मिलरों के पास जाना चाहिये। इस कारण सोसायटी में संग्रहण केंद्रों के बीच परिवहन की लागत अतिरिक्त आ रही है। लेवर चार्ज बढ़ गया इसमें भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पिछले वर्ष का सुखत का पैसा सोसायटियों को अभी तक नहीं दिया गया।
हमारा आपसे आग्रह है कि किसानों की परेशानियों के निराकरण तथा किसानों का पूरे धान की खरीदी सुनिश्चित करने हेतु आप हस्तक्षेप कर राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश दे।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री धनेश पाटिला, जिलाध्यक्ष भागवत साहू, उपाध्यक्ष पंकज बांधव, महामंत्री महेंद्र यादव, दुर्गेश कुमार द्विवेदी, अजय मार्कंडेय, संयुक्त महामंत्री, तुकज साहू, योगेन्द्र दास वैष्णव अध्यक्ष ब्लांक कांग्रेस, रोहित चंदाकर जनपद सदस्य, रोशनी वैष्णव पूर्व जनपद सदस्य, भेखदास साहू सरपंच, लोकेश गंगवीर पूर्व सरपंच, दिलीप चंदाकर, जनक साहू, सावंत साहू, हेमंत साहू, चुम्मन निषाद, महेश दिवाकर, गुमान ढीमर, धन्ना साहू, हुलासी ढीमर, चैन साहू, धर्मेन्द्र साहु, मांनसिग साहू, तेजेन्द्र वैष्णव, तारा साहू ,शनि साहू, ओमप्रकाश साहू, तीरथ साहू , देवेन्द्र साहू सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं व किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।