राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 17 दिसम्बर/ शहर के पोस्ट आफिस चौक सुभाष द्वार समीप स्थित पुराने गायत्री शक्तिपीठ का नई साज सज्जा के साथ भव्य नव- निर्माण किया गया है। राजस्थान के संगमरमर पत्थर से निर्मित इस भव्य एवं आकर्षक मंदिर में 21 दिसंबर शनिवार को वैदिक मन्त्रोंच्चार व यज्ञ हवन के बीच वेद माता गायत्री प्रतिमा का पुनर्स्थापना की जाएगी।
वहीं मां गायत्री मंदिर का वार्षिक उत्सव समारोह का भी भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत 20 दिसंबर शुक्रवार को शहर में महाकाल यात्रा की तर्ज पर भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी जिसकी जोर- शोर से तैयारी की जा रही है। बता दें कि इस संबंध में गत दिनों सभी समाज प्रमुखो का बैठक आयोजित की गई थी।
जिसमें सभी समाज के धर्मानुरागियो ने नए कलेवर व भव्य साज सज्जा युक्त गायत्री मंदिर में वेदमाता गायत्री की प्रतिमा का विधि-विधान के साथ पुनर्स्थापना किये जाने धूमधाम के साथ वार्षिक उत्सव समारोह मनाने सहमति व्यक्त की गई ।
शहर में निकलेगी भव्य शोभायात्रा उक्तानुसार नव निर्मित गायत्री शक्तिपीठ में 19 से 20 दिसंबर तक रोजाना सुबह 6 बजे से सायं 6 बजे तक 24 घंटे का अखंड जाप तथा 20 दिसंबर को गायत्री शक्तिपीठ से सुबह 10 बजे से शहर में भव्य मंगल कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसका धूमधाम के साथ शहर भ्रमण होगा।
अगले दिन 21 दिसंबर को वेदमाता गायत्री प्रतिमाओं की पुनर्प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ व विभिन्न संस्कार के साथ संपन्न किए जाएंगे। इस दौरान पूरे शहर भर मे वैदिक मन्त्रोंच्चार की गूंज बनी रहेगी रहने से पूरा माहौल धर्ममय बन उठेगा।
शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी सूर्य कांत चितलांग्या व निर्माण प्रभारी तथा उप ट्रस्टी बृजकिशोर सुरजन ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ में 22 दिसंबर को ही परम पूज्य गुरूदेव श्री राम शर्मा आचार्य के शुभ हाथों द्वारा वेदमाता गायत्री प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी अतः उक्त दिन ही नव- निर्मित गायत्री शक्तिपीठ में वेदमाता गायत्री की प्रतिमा को विराजमान कराया जाएगा।
इस अवसर पर आयोजित 4 दिवसीय कार्यक्रम के तहत 20 दिसंबर को भव्य कलश शोभायात्रा यात्रा आयोजित है। इसके पूर्व सुबह से दिन भर का अखंड जाप व 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ सहित विभिन्न संस्कार आदि के कार्यक्रम संपन्न किया जाएंगे। इस तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम की शक्तिपीठ द्वारा तैयारियां कर ली गई है।
शक्तिपीठ के व्यवस्थापक भाई ओमप्रकाश ने बताया कि शक्तिपीठ की ओर से 20 दिसंबर शनिवार को शहर में निकाली जाने वाली भव्य मंगल कलश शोभायात्रा व आयोजित 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम में सभी गायत्री परिजनों सहित समस्त सनातन धर्मी / हिंदू धर्मावलंबियों को अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की गई है।