आईआईएसएफ 2024 का 10वां संस्करण…  “भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से प्रेरित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” थीम पर कार्यक्रम आयोजित

आईआईएसएफ 2024 का 10वां संस्करण… “भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से प्रेरित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” थीम पर कार्यक्रम आयोजित

गीदम/दंतेवाड़ा(अमर छत्तीसगढ) 19 दिसम्बर ।:-
भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) का 10वां संस्करण वर्ष 2024 के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी, असम में “भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से प्रेरित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” विषय पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली, विज्ञान भारती संस्था एवं असम सरकार के साथ साझेदारी में नोडल संस्थान काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च – नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम केरल द्वारा भव्य आयोजित किया गया।

इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर मंच के लिए विभिन्न उपलब्धियां, मानक, योग्यता तथा कार्यशैली के आधार पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर सक्रिय कार्य करने वाले छत्तीसगढ़ से अतिसंवेदनशील व महत्वाकांक्षी दंतेवाड़ा जिला के गीदम विकासखंड अंतर्गत जावंगा के अमुजुरी विश्वनाथ को विशेषज्ञ प्रतिनिधि के रूप में आईआईएसएफ समिति ने आमंत्रित किया था।

ग्लोबल साइंस एंड टेक्नोलॉजी अलायंस साइंस बियोंड बॉर्डर्स, साइंस थ्रू गेम्स एंड एडवेंचर्स साइंस सफारी, एस्पायरिंग एजुकेटर्स एंड टीचर्स वर्कशॉप द गुरुकुल, साइंस टेक्नोलॉजी एंड कम्युनिकेशन मीडिया कॉन्क्लेव, ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग समिट विधाओं में अमुजुरी विश्वनाथ ने विज्ञान, तकनीकी, शिक्षा, भाषा ज्ञान, संचार एवं उत्पादन पर अपने नवाचार सोच व्यक्त किया।

उन्होंने यह जिक्र किया कि भारत के अंदरूनी क्षेत्र जैसे छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल, ओडिशा के कोरापुट क्षेत्र, भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों तथा अन्य अंचलों में उपलब्ध संसाधन के साथ विभिन्न समस्याएं और उनका समाधान के दिशा में आधुनिक समय में भारतीय ज्ञान व संस्कृति को बढ़ावा देते हुए विज्ञान व प्रौद्योगिकी का सहयोग से नवाचार विकास करना जरूरी है।

वर्तमान में अमुजुरी विश्वनाथ ने एजुकेशन सिटी जावंगा स्थित आस्था विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल में व्याख्याता पद पर कार्यरत है, साथ ही भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था एवं विज्ञान भारती संस्था के आजीवन सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य करते है।

अमुजुरी विश्वनाथ के प्रदर्शनी एवं विचारधारा को मुख्य अतिथि असम मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिश्व शर्मा, विशिष्ट अतिथि केंद्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद महानिदेशक एन कलाईसेल्वी, इसरो चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ, विज्ञान भारती राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शेखर सी मंडे, राष्ट्रीय सचिव डॉ शिव कुमार शर्मा, सीएसआईआर – एनएनआईएसटी निर्देशक डॉ सी आनन्दरामकृष्णन, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर निदेशक प्रो रंजना अग्रवाल, सीएसआईआर-आईएमएमटी निदेशक डॉ रामानुज नारायण, नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन डायरेक्टर डॉ अरविंद सी रानडे ने प्रशंसा करते हुए बधाई दी।

इस महोत्सव में विदेश से तथा भारत के विभिन्न राज्यों से जनप्रतिनिधि, अधिकारियों, उद्योगपति, वैज्ञानिकों, शिक्षक, एनजीओ प्रतिनिधि एवं विद्यार्थी प्रतिभागी हिस्सा लिए। इस उपलब्धि पर शुभचिंतको ने बधाई और शुभकामनाएं दी।

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