पंचतत्व में विलीन हुए ASP आकाश गिरपुन्जे : सात वर्षीय बेटे ने शहीद पिता को दी मुखाग्नि, तिरंगे से लिपटकर रोती रही पत्नी

पंचतत्व में विलीन हुए ASP आकाश गिरपुन्जे : सात वर्षीय बेटे ने शहीद पिता को दी मुखाग्नि, तिरंगे से लिपटकर रोती रही पत्नी

रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 10 जून। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आईईडी ब्लास्ट में ASP आकाश राव गिरपुन्जे शहीद हो गए थे। मंगलवार को महादेव घाट स्थित श्मशान घाट में हुए अंतिम संस्कार में शहीद को उनके सात वर्षीय बेटे सिद्धार्थ ने मुखाग्नि दी। इस दौरान स्थल ‘भारत माता की जय’ और ‘अक्कू भैय्या जिंदाबाद’ के नारों से गूंजता रहा।

इसके पहले शहीद आकाश गिरपुंजे को माना स्थित चौथी वाहिनी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंतिम यात्रा के लिए शहीद के पार्थिव शरीर को कांधा दिया। चौथी वाहिनी से महादेव घाट स्थित श्मशान स्थल लाया गया. गमगीन माहौल में मौजूद बड़ी संख्या में परिचित और परिजनों के आंखें नम थी.

शहीद की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। जिस तिरंगे झंडे में लिपटकर शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा था, उससे लिपटकर उनकी पत्नी खूब रोई। इस दौरान परिवार की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधाती रही।

श्मशाम घाट पर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद स्थल पर मौजूद उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा, विधायक राजेश मूणत, सुनील सोनी, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे के साथ बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और नगर वासियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद दादा की मौजूदगी में शहीद के बेटे सिद्धार्थ ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।

Chhattisgarh