खैरागढ़ (अमर छत्तीसगढ़) भाजपा द्वारा खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले के विरोध को लेकर जनता ने दिखाया आक्रोश
जनता पोस्टर लगाकर कह रही है खैरागढ़ छुईखदान को जिला बनाने का विरोध करने वाली भाजपा गांव में ना आए
ने कहा कि भाजपा विकास विरोधी है और इसीलिए भूपेश बघेल द्वारा घोषित नए जिले खैरागढ़ छुईखदान गंडई का विरोध करने पर उतारू हो चुकी है। भाजपा कांग्रेस का विरोध करते करते इतनी बदहवास हो चुकी है की भूपेश सरकार द्वारा जनहित में लिए गए फैसलों का विरोध करने लगी है। भाजपा द्वारा जिले के विरोध के कारण जनता के बीच आक्रोश दिखाई देने लगा है। जिलेभर की जनता अपने अपने गांव में पोस्टर लगाकर साफ तौर पर कह रही है की जो भाजपाई खैरागढ़ छुईखदान गंडई को जिला बनाने का विरोध कर रहे हैं उनका गांव के अंदर आना मना है।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पूरे जिले को अपनी जागीर समझते हैं और जिले में विकास नहीं चाहते। वह चाहते हैं कि लोगों तक विकास न पहुंच सके और वो पिछड़ेपन में ही जीवन गुजारते रहें। भाजपा 15 साल सरकार में रही मगर खैरागढ़ के लिए न कुछ सोचा न कुछ किया। भाजपा चाहती तो नए जिले के साथ ही साल्हेवारा और जालबांधा को तहसील बना सकती थी मगर भाजपा की नियत विकास की नहीं थी इसलिए नहीं बनाया। 15 साल भाजपा की सरकार रहने का खामियाजा खैरागढ़ सहित पूरे छत्तीसगढ़ को भुगतना पड़ा। सत्ता के विकेंद्रीकरण के उद्देश्य को लेकर छत्तीसगढ़ की स्थापना की गई थी मगर अपनी बुरी नियत और विकास विरोधी सोच के कारण भाजपा ने खैरागढ़ का विकास रोके रखा।
कांग्रेस अगर खैरागढ़ छुईखदान और गंडई का विकास करने के उद्देश्य से नए जिले और तहसील का निर्माण कर रही है तो भाजपा के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। भाजपा के इस विकास विरोधी चरित्र का जवाब देना जनता ने अपने तरीके से देना शुरू कर दिया है और मतगणना के दिन भाजपा अंतिम और करारे जवाब के लिए तैयार रहे।