ऑनलाइन फ्लिपकार्ट शॉपिंग में धोखाधड़ी करने वाला गिरोह गिरफ्तार
बिलासपुर पुलिस साइबर सेल की कार्यवाही
फेक आईडी(पता) फेक मोबाइल नम्बर का उपयोग कर, करते थे धोखाधड़ी
पुराने महंगे फ़ोन के imei को सस्ते फोन में करते थे परिवर्तित
डिलीवरी लेते समय स्थान बदल कर पार्सल को किसी अन्य जगह से करते थे प्राप्त
25 लाख से अधिक मशरूका के समान जप्त
नए पुराने मिलाकर 150 से अधिक मोबाइल बरामद
प्रारंभिक विवेचना में पता चलने पर 200 से अधिक 50 लाख से अधिक रकम के फोन को बिलासपुर पुलिस ने फ्लिपकार्ट के अधिकारियों को साझा कर कराया होल्ड
अन्य फर्जी खरीदी बिक्री करने वालों पर अग्रिम कार्रवाई भी जारी रहेगी
जप्त मशरूका
लैपटॉप 02 नग, नया मोबाइल 80 नग, पुराना मोबाइल 72 नग, फ्लिप कवर 25 नग, मोबाइल चार्जर 01 नग, सिम कार्ड 09 नग तथा 01 नग साफ्टवेयर octa plus drive किया गया बरामद।
गिरफ्तार आरोपी:-
- अजय दावड़ा पिता कन्हैया लाल दावड़ा उम्र 33 वर्ष साकिन सिंधी कोलानी मुंगेली
- दुर्गेश कुमार वर्मा पिता राजकुमार वर्मा उम्र 31 साल पता पथरिया जिला मुगेली ।
- अनमोल सोनकर पिता जवाहर सोनकर उम्र 33 साल साकिन दाउपारा मुंगेली
- प्रमोद पाण्डेकर पिता निर्मल पाण्डेकर उम्र 23 साल साकिन दाउपारा मुंगेली।
विवरणः- दिनांक 02.12.2021 को प्रार्थी रौशन खान जो कि फ्लिपकार्ट की लाजिस्टिक कंपनी विली रतनपुर ओ.डी.एच (out soursing delivery hub ) में हब इंचार्ज के पद पर मारूती शो रूम के बगल मोपका में कार्यरत है, ने थाना सरकंडा में प्राथमिकी दर्ज कराया जिसमें यह बताया गया कि ऑनलाइन शापिंग साइट कंपनी फ्लिपकार्ट में एक्सचेंज आफर चल रहा है जिसके तहत ग्राहक अपने पुराने सामान या मोबाईल इत्यादि को आफर के तहत बदल कर नए सामान या मोबाइल प्राप्त कर सकते है तथा उस योजना का लाभ ले सकते हैं। कंपनी द्वारा ग्राहकें से ऑनलाईन मोबाइल का माडल तथा IMEI पूछकर मूल्य का निर्धारण किया जाता है जिसके एवज में नए मोबाइल फोन को कम कीमत पर ग्राहकों को उपलब्ध या प्रदाय किया जाता है।
कंपनी के डिलीवरी बॉय द्वारा पुराने मोबाइल का IMEI मिलान कर मोबाइल को एक्सचेंज किया जाता था। उस दौरान ज्ञात हुआ कि इस आफर के तहत अधिकतर मोबाइल चकरभाटा एवं पुराने बस स्टैंड बिलासपुर क्षेत्र और रायपुर भिलाई में अलग-अलग नाम पते एवं माबाइल नंबर पर डिलिवर हुए हैं। इस प्रकार लगभग 100 से अधिक मोबाइल फोन डिलीवर हुए है, तथा कंपनी को प्रेषित तमोबाइल के IMEI गलत है एवं उनके माडल में भी भिन्नता है। तथा कंपनी के साथ लाखों रूप्ये की धोखाधड़ी इस एक्सचेंज आफर के तहत की जा रही है।
सायबर अपराध की इस नवीनतम विधा की गंभीरता के मद्देनजर डी.आई.जी. एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री दीपक कुमार झा(भा.पु.से.) ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री उमेश कश्यप् के नेतृत्व में टीम गठित कर सायबर सेल बिलासपुर को आवश्यक तकनीकी जांच कर तथा साक्ष्य एकत्रित कर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
जांच के दौरान निरीक्षक कलीम खान के नेतृत्व में फ्लिपकार्ट से आवश्यक संपर्क स्थापित कर सर्वप्रथम इस ऑफर पर तत्काल रोक लगाते हुए संदिग्ध पतों पर आगामी डिलीवरी को होल्ड कराया जाकर अग्रिम जांच शुरू की गई जिसके तहत आवश्यक तकनीकी साक्ष्य एकत्रित कर एक्सचेंज करने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लेकर घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई जिससे कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए गिरोह के मास्टर माइण्ड दुर्गेश वर्मा एवम अजय दावड़ा आने सहयोगियों के साथ धर दबोचा।
तरीका-ए-वारदातः-
वारदात को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड दुर्गेश वर्मा एवम अजय दावड़ा ने बताया कि पूर्व में इसकी मोबाइल दुकान अजय मोबाइल के नाम से मुंगेली मे था जो कि पिछले 8-10 महीने से बंद है। फ्लिपकार्ट द्वारा दिए जा रहे एक्सचेंज ऑफर की इसको जानकारी थी। जिसका फायदा उठाने के लिए यह सैमसंग के पुराने स्मार्ट फोन को रायपुर, बिलासपुर, भिलाई के दुकानों से कम दामों मे क्रय करता था तथा पुराने क्रय किए हुए मोबाइल IMEI नम्बरों को परिवर्तित कर उनको मंहगे मोबाइल के IMEI में फिक्स करके फ्लिपकार्ट को एक्सचेंज ऑफर के तहत भेजकर नए मंहगे मोबाइल मंगवाकर उन्हें बेचकर मुनाफा कमाता है।
इस प्रकार की घटना को कारित करने के लिए दुर्गेश व अजय दावड़ा ने आई.एम.ई.आई एवं नेटवर्क परिवर्तित करने वाला साफ्टवेयर आनलाईन आर्डर के माध्यम से मंगवाया था जिसके माध्यम से वह बिलासपुर, रायपुर, भिलाई इत्यादि शहरों से खरीदे गए कम दामों के मोबाइल को कनेक्ट कर तथा मंहगे मोबाइल का IMEI ज्ञात कर उस मोबाइल के IMEI तथा नेटवर्क को रिपेयर कर लेता था साथ ही साथ पुराने मोबाइल के कैबिनेट इत्यादि को परिवर्तित माडल के अनुसार एनसेंबल कर फ्लिपकार्ट को मूल्य निर्धारण हेतु भेजकर नए मोबाइल आर्डर करता था (पुराना मोबाइल जो यह 2 से 4 हजार में लेता था एसेंबल एवं IMEI परिवर्तित करने पर माडल के अनुसार इसकी मूल्य 15 से 18 हजार हो जाता है तथा नया मोबाइल जिसकी कीमत 30000 रूप्ये है में 18 हजार कम में इसको 12000 रूप्ये ही देना पड़ता है, जिसे यह 27-28 हजार में बेचता था) इस प्रकार अब तक ये 100 से अधिक मोबाइल मंगवाकर बेच चुका है। इसके लिए आरोपी कर द्वारा अलग-अलग जगह से पुराने चलन से बाहर मोबाइल खरीदे जाते थे जिसका उपरोक्त सॉफ्टवेयर के माध्यम से ime बदलकर उसमें नए एवं महंगे फोन के imei में परिवर्तित किए जाते थे एवं एक्सचेंज में मंगाए गए फोन को फर्जी फोन का उपयोग कर फर्जी पता देकर उन्हें दिए गए पते पर ना बुलाकर फोन में किसी अन्य स्थान पर बुलाकर पार्सल को प्राप्त करते थे
अजय दावड़ा ने यह भी बताया कि पुराने मोबाइल के IMEI को चेंज एवं असेंबल करने के पश्चात नए मोबाइल के आर्डर एवं एक्सचेंज हेतु फ्लिपकार्ट से आनलाईन आर्डर का काम वह खुद दुर्गेश और अनमोल करते थे, डिलीवरी लेने का काम उनके अलावा प्रमोद पाण्डेकर करता था एवं प्राप्त नए मोबाइल को बेचने का कार्य दुर्गेंश वर्मा जिसकी पूजा इलेक्ट्रानिक्स नाम से सदर बाजार मेन रोड मुंगेली में है करता था और खुद भी अन्य लोगों को प्रिंट दाम से कम में बेचा करते थे सभी आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाए जाने पर गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जाता है
उपरोक्त कार्यवाही में विवेचना के दौरान एवम तथ्यों के आधार पर श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री दीपक कुमार झा ने तत्काल सैमसंग के एवम फ्लिपकार्ट के लोकल अधिकारियों को तलब कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री उमेश कश्यप एवं साइबर सेल के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सैमसंग कंपनी को इस अपराधिक कृत्य के संबंध में अवगत करा कर उन्हें तत्काल जानकारी प्रेषित किया जाए एवं सैमसंग के अधिकारियों को इस बात से सचेत कराया जाए कि ऐसे सैमसंग कंपनी के मॉडल जिसके imei बदले जा रहे हैं ऐसे फोन को प्रचलन से बाहर करें एवं ऐसे टूल्स जिससे सैमसंग के imei बदले जा रहे हैं उनके विरुद्ध शिकायत करें एवं उनकी बिक्री पर रोक लगाएं साथ ही उन्होंने फ्लिपकार्ट के अधिकारियों को एक पत्र जारी कर निर्देशित किया कि फ्लिपकार्ट कंपनी के द्वारा मंगाया गया पार्सल को उन्हीं स्थान पर दिया जाए जहां पर उनके द्वारा ग्राहकों को भेजा जाना है ग्राहक जो पता स्थान फ्लिपकार्ट डिलीवरी के समय नोट कराते हैं उस स्थान पर उनकी फोटो एवं दिए गए पते का सत्यापन करने पर ही डिलीवरी दे ताकि इस तरीके से धोखाधड़ी करने वाले जो लोग हैं जो कि अन्यत्र स्थान पर पार्सल मंगा कर धोखाधड़ी कर रहे थे ऐसे लोगों के धोखाधड़ी पर पूरी तरीके से रोक लगाया जा सके एवं ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा सके
उपरोक्त कारवाही में साइबर सेल से निरीक्षक कलीम खान थाना सरकंडा प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी साइबर सेल से निरीक्षक प्रदीप आर्य उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी उपनिरीक्षक मनोज नायक सागर पाठक चौकी प्रभारी मोपका उप निरीक्षक मनोज पटेल प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र शर्मा आरक्षक नवीन एक्का मुकेश वर्मा विकास राम दीपक उपाध्याय तदबीर पोर्ते अविनाश पांडे धर्मेंद्र साहू अमन शर्मा का सराहनीय योगदान रहा