तप से होती है कर्मो की निर्जरा
रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 18 अगस्त। घोर तपस्वी महात्मा, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, महास्थिवर, मौन साधक, सामायिक स्वाध्याय के प्रणेता प पु श्री शीतल मुनिजी म,सा के मुखारबिंद से तपस्वी भाई विजय संचेती, श्रीमती अर्चना पटवा ने आज 30 वें उपवास का प्रत्याखाण लिऐ एवं कमल ललवाणी ने 23 उपवास का प्रत्याखाण लिया ।
तपस्वी भाई विजय संचेती पिछले 30 वर्षो से आप सिर्फ गर्म जल के आधार पर 31 दिन का उपवास (मासक्षमण) की तपस्या कर रहें है। यह आपका 31 मासक्षमण चल रहा है । आप सभी तपस्वीयों की तपस्या निर्विघ्न संपन्न हो ऐसी वीर प्रभु से मंगल कामना करते है।