गुणस्थान उपर उठाने के लिए देव,शास्त्र व गुरू की शरण में रहना होगा….. खुशी हो या गम समभाव में रहे हम, श्रेष्ठ गुणस्थान पाकर जीवन सुधर जाएगा- आचार्य सुंदरसागर महाराज
भीलवाड़ा(अमर छत्तीसगढ) ,29 जुलाई। जीवन में सुख दुःख आगमन के निमित बनते रहते है। हमे इन निमितों से प्रभावित होने…