“बात मन की- निलेश कांठेड़”….. दुनिया को पढ़ा रहे एकता का पाठ ओर घर में हो रहे विखण्डित तो फिर कौन मानेगा हमारी बात…. अपने ही पंथ-परम्पराओं को श्रेष्ठ मानने की सोच जैन एकता की राह में सबसे बड़ी बाधा
वर्तमान समय सोशल मीडिया का है। जैन समाज के सैकड़ो ग्रुप से जुड़ा हुआ हूं। इन ग्रुपों में पूरे देश…